#सपा प्रमुख परिवार : पत्नी से टूटी जीवन की डोर, बंधा दिखा परिवार एक ओर !
जब वो जीवित थी तब उनपर ये आरोप लगते थे की उनके कारण ही सपा परिवार में फूट पड़ी है, वे इन सारे आरोपों को निराधार व बेतुका बताती रहीं
हाल ही में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपनी दूसरी जीवनसंगिनी का साथ खोया है। उनका आकस्मिक निधन फेफड़ो में संक्रमण के चलते हुआ है। कल यानि 10 जुलाई को उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनको मुखाग्नि बेटे प्रतीक यादव ने खुद दी।
सारे आरोपों को निराधार व बेतुका बताती रहीं
जब वो जीवित थी तब उनपर ये आरोप लगते थे की उनके कारण ही सपा परिवार में फूट पड़ी है। हालाँकि वे इन सारे आरोपों को निराधार व बेतुका बताती रहीं। इस बात का प्रमाण भी उनकी मौत के बाद देखने को मिला। जब सूबे का सबसे बड़ा राजनीतिक परिवार एक ही छत के नीचे एक दूसरे का गम बाँटने व सांत्वना देने के लिए इकठ्ठा हुआ।
कभी भी अखिलेश यादव को सौतेला नहीं समझा
इस दुःख की घड़ी में पहली पत्नी के पुत्र अखिलेश यादव भी उनके पुत्र व अपने भाई का साथ देने के लिए खड़े दिखाई दिए। वे उनके साथ पूरे समय दिखाई दिए। साधना गुप्ता कहती थीं उन्होंने कभी भी अखिलेश यादव को सौतेला नहीं समझा। वे प्रतिक व अखिलेश दोनों को ही दोनों आंखे बताया करती थीं।
कटे कटे रहने वाले भाई भी एकसाथ दिखाई दिए
उनके अंतिम संस्कार में एक बात और सामने निकलकर आयी और वो ये कि उनके अंतेष्टि क्रिया में अक्सर एक दूसरे से कटे कटे रहने वाले भाई भी एकसाथ दिखाई दिए। उनकी देह विदाई के समय रामगोपाल यादव व शिवपाल यादव को भी एक साथ कर दिया। उनके साथ अखिलेश यादव भी दिखाई दिए।
दूर से ही सारी क्रियाएं देखी
तो वहीं इसी दौरान उनके अंतिम संस्कार कि चिता क्रिया में उनके पति मुलायम सिंह यादव ख़राब स्वास्थ के कारण नहीं पहुँच पाए। उन्होंने दूर से ही सारी क्रियाएं देखी।
सपा मुखिया मुलायम पिपरा घाट पर गाड़ी में ही बैठे रहे।