जानिए बीजेपी के इकलौते मुस्लिम ” आज़ाद ” मंत्री के बारे में !
2011 में एबीवीपी से जुडे और फिर कभी पीछे मुडकर नही देखा लेकिन दानिश का योगी कैबिनेट में क्या कद है और उनके होनें के मायने क्या है ?
दानिश आजाद अंसारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंत्रिमण्डल के इकलौते मुस्लिम ( muslim ) चेहरे बलिया से आते हैं। दानिश लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ते वक्त ही एबीवीपी से जुड़ गए थे। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री हैं।
यूपी सरकार की उर्दू भाषा कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। चुनाव के दौरान मुस्लिम समाज में पैठ बनानें की ज़िम्मेदारी भी उनके कांधो पर थी। अब दानिश को मंत्रिमण्डल में शामिल करनें के पीछे भाजपा की दानिशमंदी है या महज़ एक मुस्लिम चेहरे को दिखाने की कोशिश ?
ये समझना बेहद ज़रुरी है। इसका 2024 की राजनीति में क्या असर होगा ? ये भी समझना बेहद ज़रुरी है। दानिश जो की अंसारी बिरादरी से आते हैं। अंसारी समाज मुस्लिम समाज में पिछडे मानें जाते हैं। देखा जाये तो उत्तर प्रदेश की कुल आबादी में मुस्लिमों की हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत है। इसमें 70 प्रतिशत पिछड़े मुस्लिम हैं। संख्या बल की इस ताकत को ही भाजपा खींचने की कोशिश में है।
और फिर दानिश भाजपा के संगठन से आते हैं और वहां वो लगातार काम भी कर रहे थे. युवा भी है. दानिश की ताजपोशी मुस्लिम समाज के लिये ये मैसेज भी है कि अगर आप दिल से पार्टी से जुडते हैं तो फिर पार्टी में आप की इज्जत भी होगी और आगे बढ़नें का मौका भी. अब देखना वकई दिलचस्प होगा कि दानिश खुद को कितना साबित कर पाते हैं और मुस्लिम समाज इसको किस तरीके से देखता है. !