कन्हैयालाल का कातिल BJP का नेता नहीं !
कांग्रेस ने किया था दावा BJP का नेता है कन्हैयालाल हत्याकांड का आरोपी
उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल को जिन आतंकियों ने गाला रेत कर मौत के घाट उतार दिया था उनको कांग्रेस पार्टी के नेता और वरिष्ठ प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिना किसी जाँच पड़ताल के उनका संबंध बीजेपी नेताओं से बता दिए। लेकिन पवन खेड़ा को कौन समझाए की किसी के साथ फोटो खिंचा लेने से कोई पार्टी का नेता नहीं हो जाता।
आइये आपको बताते की आखिर कांग्रेस पार्टी ने जिन तस्वीरों को आधार बना कर भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए की कन्हैया लाल की हत्या करने वाला रियाज उनकी पार्टी के नेता है उन दावों की पोल कैसे खुली है। कांग्रेस पार्टी के दावों की पूल खोले आइये उससे पहले समझ लेते है की आखिर ये पूरा मामला क्या है।
2 जुलाई की सुबह से ही सोशल मीडिया पर कुछ तसवीरें वायरल हो रही थी. इन तस्वीरों में कन्हैयालाल हत्याकांड का आरोपी बीजेपी के उदयपुर विधायक और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और अन्य बीजेपी के नेताओं के साथ खड़ा हुआ नजर आ रहा है. ऐसे में सुबह से ही शोशल मीडिया पर लोग भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. और कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों को आधार बना कर बीजेपी के नेता बता डाला।
मंघड़त कहानियां बनाती है कांग्रेस- बीजेपी
फिर इसपर बीजेपी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी और कांग्रेस पर अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए ऐसी मंघड़त कहानियां बनाने का आरोप लगा दिया। बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक और बात कही गयी की हाईटेक जमाना है कोई किसी के साथ भी फोटो खिंचा सकता है।
कांग्रेस के दावों के हिसाब से अगर किसी के साथ फोटो खिंचा लेने से वो आपकी पार्टी का नेता बन जाता है तो इस तरह नरेंद्र मोदी ने जो बिडेन की साथ कितनी फोटो खिचाई है तो मतलब उनको डेमोक्रेटिक पार्टी की का नेता मान लेंगे सुनकर आपको हसीं जरूर आ रही होगी लेकिन बात ही ऐसी है। इसके तर्क और कुतर्क बहुत है लेकिन हम अब मुद्दे पर आते है।
NIA की पूछपाछ में खुलासा
NIA कन्हैयालाल हत्याकांड के दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और जांच एजेंसी के सूत्र से ऐसी खबर मिली है जिसमे नए ख़ुलासे हुए है। एक चैनल में छपी रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद रियाज अत्तारी तीन साल से BJP के अल्पसंख्यक मोर्चे के जरिए पार्टी के बड़े नेताओं तक पहुंचने की कोशिश कर रहा था.
पाकिस्तान में बैठे आका सलमान ने उससे कहा था कि बीजेपी की बैठकों में जाया करे और वहां से सूचनाएं भेजा करे. प्लानिंग थी कि बीजेपी में शामिल होकर रियाज बड़े नेताओं का भरोसा जीते और फिर कोई बड़ा कांड करे, जिससे देश में हंगामा खड़ा हो जाए. पूछताछ में रियाज ने बताया कि बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेताओं का भरोसा जीतने के लिए उसने सारे हत्कंडे अपनाएं अपने आसपास के लोगों को भी पार्टी से जोड़ा था.
वह यह सब कुछ अपने पाकिस्तानी हैंडलर सलमान से मिले निर्देश पर ही कर रहा था. मगर उसे ज्यादा सफलता नहीं मिल रही थी, क्योंकि बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता उसे बड़ी बैठकों में नहीं बुलाते थे. इस खुलासे के बाद कई सारे सवाल खड़े हो गए है की क्या इन आतंकियों की बीजेपी के किसी बड़े नेता पर हमले की तैयारी थी? या फिर कोई बड़ा हमला करने वाले थे फ़िलहाल ये तो आने वला वक़्त ही बताएगा।