‘Shekhar Joshi Passed Away’: हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार शेखर जोशी का हुआ निधन, दिग्गज कहानियों से मिली थी पहचान !
'हिंदी' (Hindi) के प्रसिद्ध कहानीकार शेखर जोशी का आज 90 वर्ष की आयु में निधन की खबर सामने आई है।
‘हिंदी’ (Hindi) के प्रसिद्ध कहानीकार शेखर जोशी (Famous Story Writer Shekhar Joshi) का आज 90 वर्ष की आयु में निधन की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक उन्होंने गाजियाबाद में अंतिम सांस ली थी। इस सिलसिले में शेखर जोशी विशेष रूप से कोसी का घाटवार, दाज्यु और बधाई जैसी प्रगतिशील कहानियों के लिए जाने जाते हैं।
‘प्रसिद्ध कहानीकार शेखर जोशी’ का हुआ निधन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शेखर जोशी एक प्रसिद्ध कहानीकार थे। जो कहानी लेखन को एक जिम्मेदार के रूप अपना महत्वपूर्ण कार्य मानते थे। शेखर जोशी की कहानियों का अंग्रेजी, चेक, पोलिश, रूसी और जापानी आदि भाषाओं में अनुवाद किया गया है। ऐसे में उनकी कहानी ‘दाजू’ पर चिल्ड्रन्स फिल्म सोसाइटी द्वारा एक चर्चित फिल्म भी बनाई गई थी।
सूत्रों के अनुसार साहित्यकार शेखर जोशी का मंगलवार दोपहर निधन हो गया है। ऐसे में उन्होंने वैशाली सेक्टर-4 के पारस अस्पताल में अंतिम सांस ली। इस सिलसिले में पार्थिव शरीर को अस्पताल से घर लाने की तैयारी की जा रही है।
‘अजमेर में प्रारंभिक शिक्षा’ की थी ग्रहण
आपको बता दें कि शेखर जोशी का जन्म सन 1932 में सितम्बर महीने में उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के ओलिया गांव में हुआ था। ऐसे में शेखर जोशी की प्रारंभिक शिक्षा अजमेर और देहरादून में हुई थी।
महत्वपूर्ण जानकारियां
- संजय जोशी ने बताया कि शेखर जोशी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
- वह आंतों के संक्रमण से पीड़ित थे, पिछले नौ दिनों से आईसीयू में भर्ती थे।
- दाज्यु, कोशी का घाटवार, बड़घन, मानसिक जैसी कहानियों ने शेखर जोशी को मिली थी पहचान।
- इस कहानियों से प्रशंसकों की लंबी लाइन ही नहीं बनाई बल्कि नई कहानी की पहचान के साथ एक नए तरीके से प्रभावित किया।
महत्वपूर्ण रचनायें
- कोशी का घटवार 1958
- साथ के लोग 1978
- हलवाहा 1981
- बच्चे का सपना 2004
- आदमी का डर 2011
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