मार महंगाई की : अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा देश का ‘मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति’ !

सब्जियों, फलों, दूध, विनिर्माण, ईंधन और बिजली की कीमतों में वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति मई में बढ़कर 15.88 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर

देश की थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति ( inflation ) मई में अपने रिकॉर्ड स्टार पर पहुँच गई है।

मुद्रास्फीति मई में बढ़कर 15.88 प्रतिशत

सब्जियों, फलों, दूध, विनिर्माण, ईंधन और बिजली की कीमतों में वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति मई में बढ़कर 15.88 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई। जबकि अप्रैल में ये दर 15.08 प्रतिशत थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय मंगलवार को आंकड़े जारी कर इस बात की जानकारी दी।

लगातार बढ़ते हुए दोहरे अंकों में बनी हुई

आपको बता दें यह 2011-12 की सबसे ज्यादा WPI प्रिंट है। सी बार वार्षिक WPI मुद्रास्फीति, उत्पादक मुद्रास्फीति लगातार 13 महीनों से लगातार बढ़ते हुए दोहरे अंकों में बनी हुई है। तो वहीं रिज़र्व बैंक ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि उच्च मुद्रास्फीति (WPI) से उच्च स्तर का जोखिम है। जो एक अंतराल के साथ ही मुद्रास्फीति पर दबाव डाल सकता है।

मुख्य मुद्रास्फीति पर वजन करना जारी

गौरतलब हो की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में, आरबीआई ने कहा कि उच्च औद्योगिक वस्तुओं की कीमतें, परिवहन लागत और वैश्विक रसद, और आपूर्ति श्रृंखला बंद होने से लागत-पुश दबाव मुख्य मुद्रास्फीति पर वजन करना जारी रखता है।

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