वैज्ञानिको को नहीं मिला उनके हक़ का वेतन !

चंद्रयान 3 लॉन्च हुआ था लेकिन अब ये बात साबित हो गयी है की ऐसा सच में वैज्ञानिको के साथ हो रहा है।  उनका 19 महीनों का वेतन बकाया है।

चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के पीछे जिन वैज्ञानिको की कड़ी म्हणत लगी उसका परिणाम भी बेहतर आया, हर इंसान की जरूरत होती है पैसा लेकिन अगर पैसा ही ना मिले तो व्यक्ति का काम करने में मन भी नहीं लगता है। आपको बता दे की ये बात हम इसलिए कह तरहे है क्योकि चंद्रयान 3 की जिन वैज्ञानिको ने सफल लैंडिंग कराई उनको अभी तक उनका वेतन नहीं मिला है ये अफवा पहले भी उडी थी। जिस दिन चंद्रयान 3 लॉन्च हुआ था लेकिन अब ये बात साबित हो गयी है की ऐसा सच में वैज्ञानिको के साथ हो रहा है।

Chandrayaan-3 का लॉन्चिंग पैड बनाने वाले HEC के इंजीनियरों-कर्मियों को 17  महीने से नहीं मिली है सैलरी, आखिर क्‍यों?| Zee Business Hindi

एचईसी कर्मी मांग रहे अपनी रोटी

एचईसी के एक इंजीनियर गौरव सिंह ने कहा कि एचईसी के तमाम कर्मियों को गर्व है कि चंद्रमा के सभी अभियानों के बाद सूर्य के लिए देश के इस मिशन में हम भी भागीदार हैं। सरकार से हमारा आग्रह है कि देश के नवनिर्माण में भागीदार रही इस संस्था को बदहाली के दौर से उबारे।

चंद्रयान-3 का लॉन्चिंग पैड बनाने वाले HEC के इंजीनियरों का दर्द भी तो कोई  सुने, 17 महीने से नहीं मिला वेतन

कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार

कॉन्ट्रैक्ट कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। एक तो उनका महीनों का वेतन बकाया है और दूसरी तरफ उन्हें काम से हटाने की साजिश की जाती है। केंद्र सरकार को तत्काल इस गौरवशाली संस्थान को बचाने की पहल करनी चाहिए। एचईसी ने भारी उद्योग मंत्रालय से 1,000 करोड़ रुपए के वर्किंग कैपिटल उपलब्ध कराने के लिए कई बार गुहार लगाई है। करीब 22,000 कर्मचारियों के साथ 1963 में शुरू हुई इस कंपनी में अब सिर्फ 3400 कर्मचारी-अधिकारी हैं। कर्ज और बोझ इस कदर है कि इनका तनख्वाह देने में भी कंपनी पूरी तरह सक्षम नहीं है।

 

हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें Facebook, Twitter, Instagram और Youtube पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button