पेपर लीक में विधायक का नाम आने पर ओपी राजभर ने पल्ला झाड़ा, बोले- बेदीराम मेरा नहीं, सपा का आदमी
सुभासपा नेता अरविंद राजभर ने अपने पिता ओम प्रकाश राजभर के बेदीराम को सपा का विधायक बताने वाले बयान पर कहा कि कोर्ट साबित करेगा कौन सही और कौन गलत है।
दरअसल, लखनऊ की गैंगस्टर कोर्ट ने मंगलवार को भर्ती घोटाला मामले में सुभासपा के विधायक बेदी राम और निषाद पार्टी के विधायक विपुल दुबे के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। दोनों बीजेपी के सहयोगी दलों के विधायक हैं। लखनऊ की गैंगस्टर कोर्ट के जज पुष्कर उपाध्याय ने दोनों विधायकों के अलावा 18 अन्य आरोपियों के कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर वारंट जारी किया है। कोर्ट ने कृष्णानगर इंस्पेक्टर को 26 जुलाई तक गिरफ्तारी वारंट तामील करने के निर्देश दिए हैं।
रेलवे और पुलिस भर्ती पेपर लीक में सामने आ चुका है नाम
कब-कब पेपर लीक में आया नाम?
बता दें कि साल 2009 में जयपुर में एसओजी ने रेलवे भर्ती पेपर लीक के मामले में बेदी राम पर केस दर्ज किया. इसके बाद मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पेपर लीक के मामले में एसटीएफ भोपाल ने बेदी राम के खिलाफ केस दर्ज किया. भोपाल एसटीएफ ने बेदी राम के खिलाफ 2 केस दर्ज किए. साल 2006 में बेदी राम के ऊपर गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है. तब रेलवे पेपर लीक करवाने के मामले में लखनऊ के कृष्ण नगर में बेदी राम के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगा था।
अरविंद राजभर ने विधायक का किया समर्थन
ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर ने विधायक का पक्ष लेते हुए कहा है कि बेदी राम सुभासपा के ही विधायक हैं और हमारा विधायक हमारे साथ है। कार्यकर्ता सम्मेलन में अरविंद राजभर ने कहा कि ये तो कोर्ट ही साबित करेगा कि कौन सही है और कौन गलत है. उन्होंने कहा कि जब तक कोर्ट कुछ कह नहीं देता वे चुप रहेंगे।