Partition Horrors Remembrance Day: जयराम रमेश ने भाजपा पर किया तीखा वार, बोले- नफरत की राजनीति की होगी हार !
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की वास्तविक मंशा 14 अगस्त को 'विभाजन की भयावह स्मृति' के रूप में मनाना है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की वास्तविक मंशा 14 अगस्त को ‘विभाजन की भयावह स्मृति’ के रूप में मनाना है। उनके बलिदानों को भुलाया नहीं जाना चाहिए या उनका अपमान नहीं किया जाना चाहिए।
जयराम रमेश ने पीएम पर बोला हमला !
जयराम रमेश ने भाजपा के खिलाफ धड़ाधड़ चार ट्वीट कर डाले, उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री का 14 अगस्त को विभाजन भयावह स्मरण दिवस के रूप में चिह्नित करने का वास्तविक इरादा सबसे दर्दनाक ऐतिहासिक घटनाओं को अपनी वर्तमान राजनीतिक लड़ाई के लिए चारे के रूप में उपयोग करना है। लाखों लोग विस्थापित हुए और अपनी जान गंवाई। उनके बलिदानों को भुलाया नहीं जाना चाहिए या उनका अपमान नहीं किया जाना चाहिए।” जयराम रमेश ने कहा, विभाजन की त्रासदी का दुरुपयोग नफरत और पूर्वाग्रह को बढ़ावा देने के लिए नहीं किया जा सकता है। सच तो यह है कि सावरकर ने 2 राष्ट्र सिद्धांत की उत्पत्ति की और जिन्ना ने इसे सिद्ध किया। सरदार पटेल ने लिखा, “मुझे लगा कि अगर हमने विभाजन को स्वीकार नहीं किया, तो भारत कई टुकड़ों में बंट जाएगा और देश पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा।”
1. The real intent of PM to mark Aug 14 as Partition Horrors Remembrance Day is to use the most traumatic historical events as fodder for his current political battles. Lakhs upon lakhs were dislocated and lost their lives. Their sacrifices must not be forgotten or disrespected.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 14, 2022
नफरत की राजनीति की होगी हार !
जयराम रमेश अपने अगले ट्वीट में बोले, क्या प्रधानमंत्री आज जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को भी याद करेंगे, जिन्होंने शरत चंद्र बोस की इच्छा के विरुद्ध बंगाल के विभाजन का समर्थन किया था, और जो स्वतंत्र भारत के पहले मंत्रिमंडल में बैठे थे, जबकि विभाजन के दुखद परिणाम सामने दिख रहे थे।
जयराम ने कहा, आधुनिक सावरकर और जिन्ना राष्ट्र को विभाजित करने के अपने प्रयास जारी रखे हुए हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस- गांधी, नेहरू, पटेल और कई अन्य लोगों की विरासत को बनाए रखेगी जो राष्ट्र को एकजुट करने के अपने प्रयासों में अथक थे। नफरत की राजनीति की हार होगी।
3. Will the PM also recall today Shyama Prasad Mookherjee, the founder of the Jan Sangh, who championed the Partition of Bengal against the wishes of Sarat Chandra Bose, and who sat in free India's first Cabinet while the tragic consequences of Partition were becoming evident?
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 14, 2022
पीएम मोदी ने किया था ट्वीट !
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि आज, ‘विभाजन भयावह स्मृति दिवस’ पर, मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाई, और हमारे इतिहास के उस दुखद दौर में पीड़ित सभी लोगों के लचीलेपन और धैर्य की सराहना करता हूं।
Today, on #PartitionHorrorsRemembranceDay, I pay homage to all those who lost their lives during Partition , and applaud the resilience as well as grit of all those who suffered during that tragic period of our history.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2022
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