रेलवे ने उठाया बड़ा कदम, 20 हजार ट्रेनों में लगाया Fog Pass Device !

विशेष रूप से देश के उत्तरी हिस्सों में ट्रेनों का कई घंटे तक लेट होना एक आम समस्या है ट्रेनों के समय से ऑपरेशन को लेकर रेलवे ने बड़ा कदम उठाया

ठंड का मौसम आते ही कोहरे के कारण मुश्किलें बढ़ जाती हैं। घने कोहरे के कारण उत्तर भारत में कई रेलगाड़ियां प्रभावित हो रही हैं। कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं, तो कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ रहा है। हालांकि, यात्रियों को कोहरे की वजह से भी कोई परेशानी न हो, इसके लिए रेलवे अब लोको पायलट्स को फॉग पास डिवाइस दे रहा है।

घने कोहरे से निपटने के लिए रेलवे की तैयारी, ट्रेनों में करीब 20,000 फॉग पास डिवाइस लगाने का फैसला - indian railways fog pass device trains to run on time safely kohra

रेलवे ने उठाया एक बड़ा कदम

विशेष रूप से देश के उत्तरी हिस्सों में ट्रेनों का कई घंटे तक लेट होना एक आम समस्या है और ऐसे में ट्रेनों के समय से ऑपरेशन को लेकर रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है, भारतीय रेल ने बताया कि कोहरे के मौसम के दौरान ट्रेनों को सही समय पर चलाने के लिए 19,742 फॉग पास डिवाइस का बंदोबस्त किया है,यह पहल ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता में सुधार, देरी को कम करने और समग्र यात्री सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Railway distributes GPS enabled 'FOG PASS' devices for 500 trains to enable them to operate in crippling winter fog | Agra News - Times of India

घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद

इस डिवाइस की मदद से ट्रेन को कोहरे में भी सही और सुरक्षित तरीके से चलाया जा सकता है। फॉग पास एक जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस है, जो लोको पायलट को घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद करता है। इसमें 18 घंटे के लिए बिल्ट-इन रिचार्जेबल बैटरी बैकअप है। यह पोर्टेबल, आकार में कॉम्पैक्ट, वजन में हल्का और मजबूत डिजाइन वाला है।

घने कोहरे में भी टाइम से ट्रेन चलाने के लिए रेलवे ने उठाया ये बड़ा कदम, करीब 20 हजार ट्रेनों में लगाया ये डिवाइस| Zee Business Hindi

इस डिवाइस से टाइम से चलेगी ट्रेन

सभी प्रकार के अनुभागों जैसे सिंगल लाइन, डबल लाइन, विद्युतीकृत और गैर विद्युतीकृत अनुभागों के लिए उपयुक्त सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक और डीजल इंजनों, EMU/MEMU/DEMU के लिए उपयुक्त,160 किमी प्रति घंटे तक की ट्रेन गति के लिए उपयुक्त। लोको पायलट अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करने पर डिवाइस को अपने साथ आसानी से लोकोमोटिव तक ले जा सकता है,इसे लोकोमोटिव के कैब डेस्क पर आसानी से रखा जा सकता है। यह एक स्टैंडअलोन सिस्टम है यह कोहरे, बारिश या धूप जैसी मौसमी स्थितियों से अप्रभावित रहता है |

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