वाराणसी में बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे सीएम योगी के लिए बिछाई गई रेड कार्पेट, विपक्ष ने जम कर बोला हमला !
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बाढ़ का दौरा करने के लिए बुधवार को वाराणसी पहुंचे थे। सीएम के अस्सी घाट तक पहुंचने के लिए प्रशासन ने एक मंच की तैयारी की थी। सीएम को गुजरना के लिए रेड कार्पेट बिछाई गई। इसी मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों ने अब निशाना साधना शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बाढ़ का दौरा करने के लिए बुधवार को वाराणसी पहुंचे थे। सीएम के अस्सी घाट तक पहुंचने के लिए प्रशासन ने एक मंच की तैयारी की थी। सीएम को गुजरना के लिए रेड कार्पेट बिछाई गई। इसी मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों ने अब निशाना साधना शुरू कर दिया है। तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी (TRS) वाई सतीश रेड्डी और NSUI (National Students’ Union of India) के नेताओं ने योगी के इस कदम को बाढ़ पीड़ित इलाकों में प्रभावित जनता के साथ मजाक बताया।
NSUI ने साधा सीएम पर निशाना !
NSUI-BHU (National Students’ Union of India- BHU) इकाई के अध्यक्ष राणा ने भी इस वीडियो को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, बाढ़ प्रभावित इलाकों के निरीक्षण के लिए भी आपको मखमली रेड कार्पेट की जरूरत है। यह बाढ़ पीड़ितों के साथ मजाक है। बाढ़ पीड़ित हजारों लोग किसी तरह जिंदा रहने की जद्दोजहद कर रहे हैं।
यह बाढ़ प्रभावितों का मजाक- सपा
समाजवादी पार्टी ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। सपा ने कहा, रेड कार्पेट प्लेटफार्म बनवाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का सीएम योगी निरीक्षण कर रहे हैं। ये बाढ़ प्रभावितों से मिलने और उन्हें राहत देने जा रहे या फोटोबाजी और पर्यटन का प्रदर्शन किया जा रहे। यह बाढ़ प्रभावितों का मजाक है।
प्रशासन ने दी सफाई !
सीएम योगी बुधवार को BHU के हेलीपैड पर लैंड करने के बाद अस्सी घाट पहुंचे। यहां पर लिए चबूतरा बनाकर रेड कार्पेट बिछाई गई थी। मुख्यमंत्री और उनकी पूरी टीम इस पर होते हुए एक मार्केट पहुंची। जहां से वह अस्सी घाट क्षेत्र में बाढ़ का निरीक्षण करने के लिए NDRF की रेस्क्यू बोट पर सवार हुए। वहीं, प्रशासन का कहना है कि अस्सी घाट के जिस क्षेत्र में रेड कार्पेट बिछाई गई थी, वहां पानी इतना कम था कि बोट नहीं आ सकती थी। लिहाजा, मुख्यमंत्री को जहां से पानी ज्यादा था वहां से बोट में सवार होना पड़ा।
सीएम ने जानी पीड़ितों की समस्याएं !
योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याएं भी जानी। उन्होंने वहां राहत शिविरों का भी निरीक्षण किया। इसके बाद सीएम ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। यहां से सीएम सर्किट हाउस पहुंचे। सीएम ने अधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति और उससे बचाव के लिए तमाम रणनीतियों पर समीक्षा बैठक की। सीएम ने बैठक में कहा, बाढ़ की स्थिति पूरे सितंबर तक हो सकती है। इसलिए राहत शिविरों में रहन-सहन और खानपान की एक्स्ट्रा व्यवस्था और सिक्योरिटी का इंतजाम किया जाए, और मुख्य रूप से महिला सुरक्षाकर्मियों की भी तैनाती की जाए।
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