‘World Iodine Deficiency Disorder Control Day’: देश में 76.3 % परिवार खाते हैं आयोडीनयुक्त नमक, बीमारियों से बचने के लिए 150 माइक्रोग्राम आयोडीन है जरूरी !

'विश्व स्वास्थ्य संगठन' (World Health Organization) के अनुसार आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए प्रतिदिन 150 माइक्रोग्राम आयोडीन का सेवन करना चाहिए।

‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ (World Health Organization) के अनुसार आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए प्रतिदिन 150 माइक्रोग्राम आयोडीन का सेवन करना चाहिए। देश में 76.3 फीसद परिवार समुचित मात्रा (150 माइक्रोग्राम) में आयोडीनयुक्त नमक का सेवन करते हैं।

इंडिया आयोडीन सर्वे की में रिपोर्ट हुआ खुलासा

इंडिया आयोडीन सर्वे 2018-19 ने इस रिपोर्ट का खुलासा किया है। आयोडीन मनुष्यों में शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व है। इसकी कमी से घेंघा रोग, हाइपोथायरायडिस्म, गर्भपात, गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क के विकास का रुक जाता है। बच्चों में बौनापन, गर्भ में ही बच्चे की मृत्यु जैसी समस्याएं होती हैं।

मुख्य सूचना

  • विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है।
  • एसजीपीजीआई की डायटीशियन प्रीति यादव बताती हैं कि आयोडीन सूक्ष्म पोषक तत्व होता है।
  • यह शरीर में नहीं बनता है बल्कि यह हमें भोजन से ही मिलता है।
  • शरीर में थाइरॉयड हार्मोन का सही से उत्पादन करने के लिए इसकी आवश्यकता पड़ती है।
  • साथ ही गर्भाशय के विकास के लिए भी यह आवश्यक है।
  • जिन महिलाओं में आयोडीन की कमी होती है।
  • उन महिलाओं में थायरॉयड की कार्य प्रणाली बाधित होती है।
  • जिसका असर उनके प्रजनन स्वास्थ्य पर पड़ता है।
  • आयोडीन की कमी से बच्चों का मानसिक विकास कमजोर होता है।
  • ऊर्जा में कमी आती है, जल्द थकान आती है।

महत्वपूर्ण जानकारियां

  • प्रीति का कहना है कि आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों से बचाव जरूरी है।
  • 11 माह तक के बच्चे को प्रतिदिन 130, पांच साल तक की उम्र के बच्चे को प्रतिदन 90, 6-12 साल तक के बच्चे के लिए 120 और 12 साल से अधिक की आयु के लिए 150 माइक्रो ग्राम आयोडीन का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 220 और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को प्रतिदिन 290 माइक्रोग्राम आयोडीन का सेवन करना चाहिए।
  • आयोडीन से शरीर स्वस्थ और दिमाग चुस्त बनता है, कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होती है।
  • डायटीशियन के अनुसार आयोडीन का सबसे सामान्य स्रोत आयोडीनयुक्त नमक है।
  • इसके अलावा डेयरी उत्पाद (चीज, दूध योगर्ट), शकरकंद, प्याज, पालक, मछली, चिकन, बीन्स और समुद्री मछली आदि खाद्य पदार्थों में आयोडीन होता है। इनका सेवन शरीर में आयोडीन की कमी को दूर करता है।

 

 

 

 

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