World Population Day: भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 के मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने भारत को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट दी है .
साल 1987 में 11 जुलाई को ही दुनिया की आबादी 5 अरब तक पहुंच गई थी. ऐसे में बढ़ती जनसंख्या से जुड़े मुद्दों और पर्यावरण, विकास पर इसके असर को लेकर दुनियाभर के लोगों को जागरूक करने की ज़रूरत महसूस हुई. इसी को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत की.
आज 11 जुलाई है और पूरी दुनिया विश्व जनसँख्या दिवस के दिन अपने यहाँ की जनता को जनसँख्या को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है। 1987 में दुनिया की जनसंख्या 5 अरब थी और फ़िलहाल वो संख्या 7 अरब 95 करोड़ 40 लाख है पहुँच गयी है. वहीँ इस जनसंख्या में 65% आबादी में 15 से 64 साल के उम्र के लोग है. वहीँ 65 साल से ऊपर के लोगों की कुल आबादी 10% और 14 साल से कम उम्र के लोगों की 25% हिस्सेदारी है..
जिस प्रकार से जनसंख्या दुनिया भर में बढ़ रही है उसमे भारत और चीन का बहुत बड़ा हाथ है. चीन की वर्तमान जनसंख्या की बात करें तो 10 जुलाई के आंकड़ों के हिसाब से चीन की जनसंख्या 145 करोड़ के पार पहुंच गयी है. वहीँ इस वक्त भारत की आबादी 140.66 करोड़ हो चुकी है. जनसंख्या 0.9 फीसदी प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है.
भारत ने कई मामलों में बहुत तरक्की कर ली है, लेकिन कई पैमानों पर अब भी उसका प्रदर्शन बहुत खराब है. बाल विवाह अब तक पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. 27 फीसदी बच्चियों की शादी 18 साल की उम्र से पहले हो जाती है.
वहीँ अगर भारत के उम्रवार जनसँख्या के आंकड़ें देखे तो –
25 फीसदी आबादी 0-14 साल के बीच की है
18 फीसदी आबादी 10-19 साल के बीच की है
27 फीसदी आबादी 10-24 साल की उम्र की है
68 फीसदी आबादी 15-64 साल के बीच की है
07 फीसदी आबादी 65 साल या इससे अधिक की है
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 के मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने भारत को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट दी है। उसका अनुमान है कि 2023 में भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। गौरतलब है की चीन सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और भारत अगले साल उसे पछाड़ देगा। संयुक्त राष्ट्र ने खबर दी है कि नवंबर 2022 के मध्य तक दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच जाएगी।
1950 के बाद से वैश्विक जनसंख्या सबसे धीमी गति से बढ़ रही है। 2020 में जनसंख्या वृद्धि दर एक प्रतिशत से कम हो गई है। संयुक्त राष्ट्र के ताजा अनुमानों के अनुसार दुनिया की जनसंख्या 2030 में लगभग 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब हो जाएगी। 2080 तक इसके लगभग 10.4 अरब के शिखर तक पहुंचने का अनुमान है।
अनुमान के मुताबिक़, 2027 के आसपास आबादी के मामले में भारत, चीन को पीछे छोड़ देगा और दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाएगा. UNFA के मुताबिक़, इस वक्त चीन की आबादी क़रीब 1 अरब 44 करोड़ है. वहीं भारत की आबादी 1 अरब 40 करोड़ के आसपास है.
वहीँ भारत की जनसँख्या और भारत की सरकार के सामने बड़ी चुनौती है की वो जनसंख्या को कैसे नियंत्रित करे.