क्या इस बार विधानसभा चुनाव के नतीजे बाबाओं के पंडाल से तय होंगे ?
आपको बता दे की मध्य प्रदेश में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले दोनों ही पार्टियों के नेता प्रचार-प्रसार में लग गए हैं। राघौगढ़ में भी शास्त्री की कथा का आयोजन किया गया जहां पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह बागेश्वर बाबा की मेजबानी करते नजर आए।

6 राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे है जिसके चलते 2024 के लोकसभा चुनाव में कौन जीतेगा इस बात का अंदाजा भी लगाया जा रहा है और साथ ही ना सिर्फ इन चुनाव को लेकर नेताओ की प्रतिक्रिया सामने आ रही है बल्कि अब तो बाबाओ की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। आपको बता दे की मध्य प्रदेश में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले दोनों ही पार्टियों के नेता प्रचार-प्रसार में लग गए हैं। राघौगढ़ में भी शास्त्री की कथा का आयोजन किया गया जहां पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह बागेश्वर बाबा की मेजबानी करते नजर आए।
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह बागेश्वर बाबा की मेजबानी करते आए नजर
सूत्रों के अनुसार जयवर्धन सिंह छतरपुर से अपनी पार्टी के विधायक आलोक चतुर्वेदी के जरिए से धीरेंद्र शास्त्री के साथ अपने रिश्ते बनाए रखते हैं। कहा ये भी जाता है शास्त्री को धर्मगुरु के रूप में यहां तक पहुंचाने के पीछे भी उन्हीं का हाथ है। विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ, लेकिन नेता बाबाओं की चौखट पर सिर झुकाते नजर आ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में कंप्यूटर बाबा का खासा दबदबा देखा गया था, वहीं इस बार अभी से ही कई बाबा चर्चाओं में हैं।
विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान
बागेश्वर धाम यानी पंडित धीरेंद्र शास्त्री, प्रदीप मिश्रा, पंडोखर सरकार, जया किशोरी, रावतपुरा सरकार संत रविशंकर और कमल किशोर नागर के पंडाल हर नेता अपने चुनावी क्षेत्र में सजा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने गढ़ छिंदवाड़ा में हिंदू राष्ट्र समर्थक पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन करवाया। कमलनाथ ने इस कार्यक्रम में कई धर्मगुरुओं को तो बुलाया ही था साथ ही धीरेंद्र शास्त्री की आरती भी उतारी। मध्य प्रदेश में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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