# UP राजनीति : चाचा शिवपाल का टूटता सपा से मोह, विपक्ष में ये कैसा विद्रोह ?

अखिलेश के चाचा सपा से विधायक व प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव खुद विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में नजर नहीं आ रहे

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजनीति में बड़ा उलटफेर होता दिख रहा है। राष्ट्रपति चुनाव नजदीक है और इसी कड़ी में विपक्ष अब बिखरता हुआ दिख रहा है और NDA ने विपक्षी एकता में सेंधमारी कर दी है।

शिवपाल के साथ पाला बदलते दिखाई दे रहे

सेंध ऐसी की अखिलेश यादव के चाचा समाजवादी पार्टी से विधायक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव खुद विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में नजर नहीं आ रहे हैं। वहीँ एक वक़्त अखिलेश के लिए जान भी दे देने की बात कहने वाले सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी अब अखिलेश से तलाक लेने के मूड में है। क्योंकि अब उनको अखिलेश का नहीं NDA का साथ फिर से भाने लगा है। इसीलिए वो भी शिवपाल के साथ पाला बदलते दिखाई दे रहे है।

जो हमसे वोट मांगेगा हम उसे वोट देंगे

वहीं जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी एनडीए के खेमे के साथ दिखे हैं। आपको बता दें की कल एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू लखनऊ पहुंची थी। शिवपाल यादव ने NDA के समर्थन पर कहा कि मैंने बहुत पहले कहा था जहां हमें बुलाया जाएगा, जो हमसे वोट मांगेगा हम उसे वोट देंगे। इससे पहले भी राष्ट्रपति के चुनाव हुए थे तो न तो हमें समाजवादी पार्टी ने बुलाया और न ही वोट मांगा। उस समय रामनाथ कोविंद जी ने वोट मांगा तो हमने दिया। यानी राष्ट्रपति चुनाव में भतीजे और चाचा दोनों की राहें अलग-अलग होती दिख रही हैं।

बात करें राष्ट्रपति चुनावों के संख्या बल समीकरण पर तो

एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू उत्तर प्रदेश में संख्या लिहाज से काफी मजबूत होती दिख रही हैं। उन्हें एनडीए के 66 सांसद और 273 विधायकों का पहले से समर्थन हासिल था। बाद में मायावती ने भी उन्हें समर्थन देने का ऐलान कर दिया। इससे उनके पक्ष में 10 सांसद और एक विधायक का वोट जुड़ेगा। इसके अलावा अब शिवपाल यादव के जाने से सपा का भी एक वोट द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में जाता दिख रहा है।

सुभासपा के 6 वोट इस पाले में जाते दिख रहे

राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के 2 वोट भी एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में जाएंगे। ओम प्रकाश राजभर के एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में आने के बाद अब सुभासपा के 6 वोट इस पाले में जाते दिख रहे हैं। इस प्रकार यूपी के 76 सांसद और 282 विधायकों का समर्थन सीधे एनडीए उम्मीदवार के पाले में जाता दिख रहा है। यह यूपी की बदलती राजनीति को दिखा रहा है।

120 विधायकों का वोट यशवंत सिन्हा के पक्ष में

ऐसे में यूपी से सपा समर्थित उम्मीदवार को कांग्रेस के एक और सपा के तीन यानी कुल 4 सांसदों का समर्थन मिलता दिख रहा है। वहीं, सपा के 110 विधायक, रालोद के 8 विधायक और कांग्रेस के 2 विधायक यानी कुल 120 विधायकों का वोट यशवंत सिन्हा के पक्ष में जा सकता है।

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