बांदा में करोड़ों का सौर ऊर्जा प्लांट ले उड़े चोर, हवा में हाथ-पैर मार रही पुलिस
बुंदेलखंड के महोबा जिले में नार्वे के वित्तीय सहयोग से स्थापित ऊर्जा प्लांट उखाड़ कर ट्रकों से चोरी करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।
उत्तर प्रदेश में माफिया भले ही पानी भरते हों, लेकिन शातिर चोर गिरोह बेधड़क दुस्साहसिक वारदातें अंजाम दे रहे हैं। बुंदेलखंड के महोबा जिले में नार्वे के वित्तीय सहयोग से स्थापित ऊर्जा प्लांट उखाड़ कर ट्रकों से चोरी करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। तकरीबन पांच करोड़ की लागत से नरवारा गांव में स्थापित भारत सरकार के सौर उर्जा प्लांट की प्लेटों और बैटरियों समेत सारे उपकरण चुराने की वारदात की किसी को भनक तक नहीं लगी। सुबह सौर उर्जा प्लांट के वीरान नजारे ने सभी को चौंकाया। ग्राम प्रधान भैयालाल घटना की लिखित सूचना अजनर थाने में दी है। पुलिस मौका मुआयना कर फिलहाल हवा में हाथ-पैर मार रही है।
2010 में भारत के तत्कालीन ऊर्जा मंत्री ने किया था उद्घाटन
मध्यप्रदेश की सीमा से सटे और पहाड़ियों से घिरे महोबा जिले के नरवाना गांव में सौर ऊर्जा प्लांट 2010 स्थापित हुआ था। भारत सरकार के तत्कालीन ऊर्जा मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने नरवारा में उदघाटन किया था। मकसद ट्यूबवेल से गांव में जलापूर्ति सुनिश्चित करना था। मकसद पूरा भी हो रहा था। हालांकि इधर हर घर नल जल पहुंचना भी शुरू हो गया है। लेकिन प्लांट की उपयोगिता बरकरार थी।
12 और 13 अगस्त की रात दो चरणों में अंजाम दी गई वारदात
सौर ऊर्जा प्लांट की चोरी दो चरणों में हुई है। 12 की रात लगभग एक सैकड़ा बैटरियां पार की गईं। इसकी लिखित तहरीर ग्राम प्रधान भैयालाल यादव ने अजनर थाने में दी है। थाना पुलिस मौका मुआयना के अलावा कुछ करती, इससे पहले ही 13 अगस्त की रात चोर गिरोह ने सौर ऊर्जा प्लेटों और रही-सही सामग्री समेत पूरा प्लांट ही साफ कर दिया। अनुमान है चुराई गई सामग्री ट्रक ट्रैक्टर आदि वाहनों से ले जाई गई है।
चोर गिरोह ने नहीं की आपरेटर व चौकीदार की तैनाती की परवाह
ग्राम पंचायत से संचालित पेयजल योजना के तहत आपरेटर और चौकीदार भी तैनात हैं। मानदेय पाते हैं। लेकिन इनकी मौजूदगी के बावजूद चोरी की वारदात सामने आई है। ग्राम प्रधान भैयालाल विकलांग हैं। इससे दूसरे चरण की चोरी की तहरीर देने में थोड़ी देरी हुई है। उन्होंने बताया, वह थाने जा रहे हैं। प्लेटें आदि सामग्री भी चोरी होने की लिखित सूचना देंगे।
कयासों के बीच हरीतिमा NGO पर भी जताया जा रहा शक
इस बीच नरवारा गांव में चोर गिरोह को लेकर जारी कयासबाजी के बीच अंगुली हरीतिमा नामक NGO पर भी उठाई जा रही है। इसी NGO की पहल पर सोलर ऊर्जा प्लांट की स्थापना हुई थी। कहा जा रहा है कि पड़ोस के नौगांव (छतरपुर-मप्र) कस्बे को पड़ाव बनाए NGO संचालक नल जल आपूर्ति के बाद सौर ऊर्जा प्लांट समेटने का संकेत देते रहे हैं। सच क्या है, यह जांच में सामने आएगा। देखना होगा कि पुलिस किस निष्कर्ष पर पहुंचती है।
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