बेलेश्वर झूलेलाल महादेव मंदिर के अवैध निर्माण को किया गया ध्वस्त, 36 लोगों की मौत के बाद लिया गया यह फैसला !
इंदौर नगर निगम द्वारा तैनात एक बुलडोजर ने सोमवार को बेलेश्वर झूलेलाल महादेव मंदिर में एक अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया, जहां पिछले गुरुवार को नाले में गिरने से 36 लोगों की मौत हो गई थी।
इंदौर नगर निगम द्वारा तैनात एक बुलडोजर ने सोमवार को बेलेश्वर झूलेलाल महादेव मंदिर में एक अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया, जहां पिछले गुरुवार को नाले में गिरने से 36 लोगों की मौत हो गई थी। दरअसल, रामनवमी के दिन इंदौर के बमलेश्वर महादेव मंदिर की बावरी गिरने से कई लोगों की मौत के बाद से यह प्रशासन हरकत में है।
इसमें पहली कार्रवाई पटेल स्नेह नगर गार्डन, दूसरी कार्रवाई लिडवाला कुआं, तीसरी कार्रवाई सुखलिया और चौथी कार्रवाई गदरखेड़ी में चल रही ह। पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई गई। इसके बाद सोमवार सुबह नगर निगम व प्रशासन ने बावड़ी पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई शुरू कर दी है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।
सोमवार सुबह नगर निगम और पुलिस ने बड़ी कार्रवाई
हादसा 30 मार्च को सुबह करीब 11 बजे बेलेश्वर झूलेलाल महादेव मंदिर में उस वक्त हुआ जब रामनवमी के मौके पर हवन का आयोजन किया जा रहा था. जिस छत पर श्रद्धालु बैठे थे वह गिर गई। इस पूरे मामले के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सोमवार सुबह नगर निगम और पुलिस ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।इसके अलावा इंदौर नगर निगम (आईएमसी) ने भी मंदिर पर अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया था।
घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा
मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद आईएमसी आयुक्त प्रतिभा पाल ने शुक्रवार को नगर निगम के दो अधिकारियों, भवन अधिकारी पीआर अरोलिया और भवन निरीक्षक प्रभात तिवारी को निलंबित कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवारों के लिए अनुग्रह राशि और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की।
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