Lucknow: लोकनाथ सिंह का अपहरण करने वाला फरार आरोपी 10 साल बाद गिरफ्तार !
लखनऊ (Lucknow) गोमतीनगर में 2007 में रिटायर्ड एयरफोर्सकर्मी व प्रॉपर्टी डीलर लोकनाथ सिंह का अपहरण कर उसकी हत्या करने वाले फरार आरोपी को गोमती नगर पुलिस ने 10 साल बाद गिरफ्तार किया है।
लखनऊ (Lucknow) गोमतीनगर में 2007 में रिटायर्ड एयरफोर्सकर्मी व प्रॉपर्टी डीलर लोकनाथ सिंह (Property Dealer Loknath Singh) का अपहरण कर उसकी हत्या करने वाले फरार आरोपी को गोमती नगर पुलिस ने 10 साल बाद गिरफ्तार किया है। अपरहण व हत्या के मुकदमे में जमानत कराने के बाद से आरोपी राजेश सिंह ने अपनी मूल संपत्ति बेच दी और वह छत्तीसगढ़ में जाकर नाम बदलकर रह रहा था। पुलिस ने एक लाख के इनामी राजेश सिंह को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रेलवे स्टेशन के पास पार्किंग से पकड़ा है। पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। गिरफ्तारी के बाद बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
कुर्की की कार्रवाई के आदेश हुए जारी
कोर्ट में पेश न होने पर एनबीडब्ल्यू और कुर्की की कार्रवाई के आदेश जारी हुए थे। बदमाश राजेश सिंह वाराणसी जिले में अपनी सभी जमीनी और घरों को बेच दिया। जिसके बाद वह दूसरे नाम पता पर छत्तीसगढ़ में जाकर रहने लगा। डीसीपी ईस्ट प्राची सिंह ने बताया कि आरोपी राजेश अपहरण और हत्या के मुकदमे में चार साल तक की जेल में रहा। उसके बाद कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राजेश करीब एक साल तक बनारस में रहने लगा। फिर अपने और पूरे परिवार की संपत्ति को बेच दिया। बिना किसी को सूचना दिए वह छत्तीसगढ़ रेलवे स्टेशन के पास जाकर रहने लगा।
बदमाश राजेश सिंह की तलाश लखनऊ पुलिस में 2017 में शुरू की। जब कोर्ट में पेश ना होने पर राजेश सिंह की तलाश शुरू हुई। पुलिस ने समन तामिला कराने के लिए वाराणसी पहुंची। जानकारी हुई कि राजेश सिंह यहां नहीं रहते।
कोर्ट की तरफ से राजेश सिंह के पेश न होने पर एनबीडब्ल्यू और उसके बाद कुर्की की कार्रवाई के आदेश दिए गए। लखनऊ पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर बनारस में राजेश सिंह के घर पहुंची। तो वहां पर पड़ोसियों ने बताया कि जमीन बेचकर कहीं और रहे हैं जिसकी जानकारी किसी को नहीं है।
छत्तीसगढ़ रायपुर के पास किया गिरफ्तार
जमानत दारों की मदद से राजेश तक पहुंची लखनऊ पुलिस ने कोर्ट में जमानत लेने वाले दोनों व्यक्तियों के घर की तलाश शुरू की। पुलिस ने एक लाख के इनामी राजेश सिंह को छत्तीसगढ़ रायपुर रेलवे स्टेशन के पास पार्किंग से गिरफ्तार किया है।
राजेश सिंह के पास से फर्जी आधार कार्ड गलत नाम पता बनाकर रहने और छुपाने के भी साथ मिले हैं जिसमें छत्तीसगढ़ में निवास करने का नाम पता था। पुलिस ने राजेश सिंह पर फर्जीवाड़ा और फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए फायर गोमती नगर में दर्ज की है।
प्रभारी निरीक्षक गोमतीनगर दिनेश चंद्र मिश्रा व क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्रा के मुताबिक एडीजे-5 की कोर्ट ने हत्याकांड के आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा व 40-40 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। यह सजा 2017 में सुनाई गई थी।
सजा पाने वालों में जौनपुर के जलालपुर का जंगी उर्फ जंग बहादुर यादव, रामसकल यादव, जौनपुर जाफराबाद का धुरंधर, सलीम उर्फ गुड्डू, गौराबादशाहपुर का मो. रईस, जौनपुर जंगीपुर का मोनू पांडेय, चंदौली के आलोक सिंह उर्फ विनित सिंह की पत्नी रीता पांडेय, प्रयागराज के हंडिया का विभूतिनारायण सिंह शामिल है।
राजेश फरार चल रहा था। हत्याकांड में सजा सुनाए जाने के पांच साल बाद आरोपी राजेश को पुलिस गिरफ्तार कर सकी। राजेश के खिलाफ गोमतीनगर थाने में हत्या, हत्या के प्रयास व जालसाजी सहित कई धाराओं में पांच केस दर्ज हैं।
हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईटके लिए आप यहां http://www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।