सस्पेंस खत्म, फिर बीजेपी की चौंकाने वाली रणनीति, आखिरकार चुना गया मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री !
विधानसभा चुनाव के नतीजे आए आठ दिन बीत चुके हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर खींचतान खत्म नहीं हो रही है। कौन होगा मुख्यमंत्री?
विधानसभा चुनाव के नतीजे आए आठ दिन बीत चुके हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर खींचतान खत्म नहीं हो रही है। कौन होगा मुख्यमंत्री? इसे लेकर देश सहित पूरे प्रदेश में उत्सुकता थी। मुख्यमंत्री पद की इस रेस में कई बीजेपी नेताओं के चेहरे चर्चा में थे। मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी के अंदर बैठकें हो रही थीं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता राज्य के दिग्गज नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा कर रहे हैं। सबकी राय जानी गई। बैठकों के लंबे दौर के बाद आखिरकार आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। मोहन यादव को अब मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री मनोनीत किया गया है। मोहन यादव को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देना बीजेपी की बड़ी झटका देने वाली रणनीति मानी जा रही है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी सफलता मिली है। इस चुनाव में बीजेपी ने 163 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस का लगभग सफाया हो गया। इस चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 66 सीटों से संतोष करना पड़ा। चुनाव नतीजों के बाद कौन बनेगा मुख्यमंत्री? इसको लेकर उत्सुकता थी। इस रेस में कई दिग्गज नेताओं के नाम थे। लेकिन बीजेपी ने आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए मोहन यादव को चुना है।
कौन हैं मोहन यादव?
मोहन यादव शिवराज सरकार में शिक्षा मंत्री थे। वह उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। जिसके बाद अब वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। फिलहाल चर्चा है कि मोहन यादव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधायकों की बैठक में मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा। उनके प्रस्ताव को विधायकों ने बहुमत से स्वीकार कर लिया।
मुख्यमंत्री पद तय होने से पहले महत्वपूर्ण घटनाक्रम
मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री तय होने से पहले आज कुछ अहम घटनाएं हुईं। बीजेपी ने पार्टी पर्यवेक्षकों की एक टीम भोपाल भेजी थी। इनमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, आशा लोक्का और के लक्ष्मण शामिल हैं। ये सभी समितियां भोपाल में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पहुंचीं। इस मौके पर उन्होंने सबसे पहले शिवराज सिंह से मुलाकात की। चर्चा है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की विदाई के बाद खट्टर शिवराज सिंह चौहान से मिलने पहुंचे थे। भाजपा के केंद्रीय अध्यक्ष जे. पी नड्डा लगातार खट्टर के संपर्क में थे।
आज पार्टी कार्यालय में विधायकों की बैठक चल रही थी। वहीं कार्यालय के बाहर प्रह्लाद पटेल और शिवराज सिंह चौहान के समर्थक नारेबाजी कर रहे थे। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ ज्योतिरादित्य शिंदे, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रह्लाद पटेल और वीडी शर्मा के नामों की चर्चा थी।
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