NATION: एसडीपीआई नेता मो. अहमद बेग खदरा से गिरफ्तार, लैपटॉप, मोबाइल अन्य राष्ट्र विरोधी दस्तावेज बरामद !

एसटीएफ और मदेयगंज पुलिस ने शुक्रवार को खदरा के मक्कागंज से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इण्डिया (एसडीपीआई) के नेता मो. अहमद बेग को गिरफ्तार किया है।

एसटीएफ और मदेयगंज पुलिस ने शुक्रवार को खदरा के मक्कागंज से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इण्डिया (एसडीपीआई) के नेता मो. अहमद बेग को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अहमद अपने साथियों और पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ देश में विद्रोह फैलाने की साजिश रच रहा था। उसके लैपटॉप, मोबाइल, डायरी, किताबों और कम्प्यूटर में राष्ट्र विरोधी दस्तावेज मिले हैं। इनके बारे में और जानकारी जुटायी जा रही है। अहमद बेग पहले पीएफआई के सदस्य के अलावा आल इंडिया उलमा काउंसिल का अध्यक्ष भी रहा चुका है।

आरोपी से जुड़े अहम् तथ्य

एसटीएफ के अधिकारी के मुताबिक सब इंस्पेक्टर की ओर से अहमद बेग के खिलाफ राष्ट्रद्रोह समेत कई धाराओं में एफआईआर मदेयगंज थाने में दर्ज करायी गई है। यहां अहमद बेग कई सालों से किराये पर रह रहा था। वह मूल रूप से श्रावस्ती के बसनपुर, हरवंशपुर का रहने वाला है। उसके पिता सलीम बेग आते-जाते रहते हैं। अहमद ने इसी साल कैसरगंज विधानसभा सीट पर चुनाव भी लड़ा था। उसके साथ युवाओं की लम्बी टोली भी थी। हालांकि मतदान में उसे मामूली वोट ही मिले थे। अहमद ने लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए किया था। मास्टर डिग्री उसने अरबी में ली है। उसने नदवा से आलीम और फाजिल की पढ़ाई की है।

कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चलता था कट्टरता की क्लासेज

एसटीएफ का कहना है कि मो. अहमद कई तरह की हिंसक गतिविधियों में शामिल रहता था। उसने एनआरसी-सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान भी खूब बवाल कराया था। इसके साथ ही वह लव जिहाद, अपने धर्म के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और मनी लांड्रिंग के साथ ही कई प्रतिबन्धित संगठनों से भी जुड़ा रहता था। इसके अलावा वह ओमान में अक्सर कट्टरता की कक्षा चलाता था। साथ ही राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल और केरल समेत कई प्रदेशों में भी तकरीर करने जाता था। एसटीएफ के अफसरों का कहना है कि अहमद बेग वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिये भी कट्टरता की कक्षायें चलाता था। वह दूसरे धर्मों पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी करता था।

पहले भी देश विरोधी मामले में सामने आ चुका था नाम

एसीपी ने बताया कि अहमद पीएफआई से जुड़ा रहा था। सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान उसका नाम आया था और बाद में उसे इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था। जमानत मिलने के बाद वह भूमिगत हो गया था। इसके कुछ समय बाद ही वह एसडीपीआई से जुड़ गया था। एसीपी आईपी सिंह ने बताया कि अहमद बेग को मक्कागंज से गिरफ्तार किया गया है। वह मस्जिद के पीछे रहता था।

विशेष न्यायाधीश अनुरोध मिश्रा की कोर्ट ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए पीएफआई और एसडीपीआई के तीन सदस्यों को न्यायिक हिरासत में छह अक्टूबर तक के लिए जेल भेज दिया गया। एसटीएफ ने शुक्रवार को पीएफआई के पूर्व सदस्य मो. अहमद बेग, बाराबंकी से गिरफ़्तार मोहम्मद नदीम अंसारी व कमरुद्दीन उर्फ बबलू को कोर्ट में पेश किया था।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक एसटीएफ को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि पीएफआई तथा कुछ अन्य संगठनों द्वारा देश विरोधी गतिविधियां संचालित कर भारत को खंडितकर 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने की कोशिश की जा रही है। राज्य में जगह-जगह विध्वंसक कार्रवाई की योजना के तहत समुदाय विशेष के बीच साहित्य बांटा जा रहा है। एसटीएफ के इंस्पेक्टर शिवनेत्र सिंह ने बाराबंकी के कुर्सी थाने और इन्स्पेक्टर हेमंत भूषण ने लखनऊ के मदेयगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

 

हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईटके लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button