RBI MPC Meet 2022: RBI ने रेपो रेट में किया इजाफा, बढ़ जाएगी लोन की EMI !

रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की 2 दिवसीय मौद्रिक समीक्षा निति (RBI Monetary Policy) की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं।

रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की 2 दिवसीय मौद्रिक समीक्षा निति (RBI Monetary Policy) की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट (Repo Rate) को बढ़ाने का ऐलान किया है। रेपो रेट (Repo Rate) में 0.50 फीसदी का इजाफा किया जायेगा।

रेपो रेट में 50 बेसिक प्वाइंट की बढ़ोतरी !

रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी यानी 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही अब रेपो रेट बढ़कर 5.40 फीसदी हो गया है। बता दें कि आठ जून को हुई पिछली नीतिगत घोषणा में भी RBI ने रेपो रेट में आधे फीसदी का इजाफा किया था। इससे रेपो रेट बढ़कर 4.90 फीसदी पर पहुंच गया थी। हाल ही में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (US Fed) ने भी ब्याज दरों में इजाफा किया था। इसके चलते उम्मीद की जा रही थी कि RBI भी ब्याज दरों को बढ़ाने का फैसला लेगा।

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EMI पर पड़ेगा सीधा असर !

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ग्लोबल स्तर पर महंगाई चिंता का विषय है। इस वजह से MPC (Monetary Policy Committee) से सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने का फैसला लिया है। RBI के दरें बढ़ाने से बैंकों के तमाम लोन महंगे हो गए हैं। इसका असर होम लोन, कार लोन और पर्सनल होन की EMI पर पड़ेगा। मतलब आपको लोन रिपेमेंट के लिए ज्‍यादा मंथली किस्‍त देनी पड़ सकती है। शक्तिकांत दास का कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रेपो रेट में यह बढ़ोतरी की है।

RBI rate hike to burn bigger hole in aam aadmi's pocket: How much your EMI  will increase - Details | Business News – India TV

महंगाई दर रह सकती है 6 फीसदी से ऊपर !

RBI गवर्नर शक्तिकांत दस ने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई असहज रूप से उच्च बनी हुई है और इसके 6% से ऊपर रहने की उम्मीद जताई जा रही है। RBI ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए CPI (Consumer Price Index) आधारित महंगाई दर के अनुमान को 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा है। वहीं, RBI ने अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए CPI आधारित महंगाई के 5 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है।

महंगाई पर निबंध – Mahngai Essay in Hindi - हिन्दी वार्ता

क्या है रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट ?

रेपो रेट (Repo Rate) वह दर है जिस पर बैंक को RBI द्वारा कर्ज दिया जाता है। फिर इस कर्ज के आधार पर बैंक अपने ग्राहकों को कर्ज देते हैं, जबकि रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) वह दर है जिस पर बैंकों की ओर से जमा राशि पर RBI उन्हें ब्याज देती है। ऐसे में, जब RBI रेपो रेट बढ़ता है तब बैंकों पर दबाव पड़ता है और बैंक अपना लोन महंगा कर देते हैं।

Monetary policy committee (MPC) of RBI has increased the Repo Rate (rate at  which RBI lends to banks) by 25 basis points to 6.5% due to inflation  concerns.

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