सुपुर्द ए खाक हुआ पूर्वांचल का बाहुबली ,मुख्तार अंसारी… माफिया या मसीहा !
मुख्तार अंसारी को उनके फैमिली के हाथों कब्रिस्तान में दफनाया गया,इससे पहले मुख्तार अंसारी के अंतिम दर्शन के लिए उनके गाजीपुर स्थित घर पर जनसैलाब उमड़ पड़ा।
पांच बार के बाहुबली विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को उनके पैतृक जिले गाजीपुर में सुपुर्द ए ख़ाक कर दिया गया। मुख्तार अंसारी को उनके फैमिली के हाथों कब्रिस्तान में दफनाया गया,इससे पहले मुख्तार अंसारी के अंतिम दर्शन के लिए उनके गाजीपुर स्थित घर पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। मऊ, गाजीपुर, बनारस, चंदौली, आजमगढ़ समेत कई जिलों से हजारों की संख्या में लोग मुख्तार अंसारी को के अंतिम दर्शन करने और अपनी श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
मुख्तार के दरवाजे से कभी कोई खाली हाथ नहीं लौटा
मुख्तार के नमाज ए जनाजे में भी हजारों लोग शामिल हुए,लोगों की भारी भीड़ को संभालना पुलिस प्रशासन के लिए भी बेहद चुनौती भरा रहा। मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में भारी भीड़ उमड़ने की एक बड़ी वजह ये रही, कि मुख्तार ने भले ही बड़े बड़े माफियाओं की हत्या करवाई, फिरौती वसूली, लेकिन गरीब जनता की मदद भी उसने दोनों हाथों से की,कहते हैं कि मुख्तार के दरवाजे पर अगर कोई भी मदद मांगने आया तो कभी खाली हाथ नहीं लौटा,पढ़ाई, दवाई, शादी आदि मामलों में मुख्तार परिवार ने हमेशा जरूरतमंदों की मदद की,यही वजह है कि मुख्तार खुद भी पांच बार विधायक रहा, और उसके परिवार के लोग भी कई बार विधायक और सांसद रहे।
गोदी मीडिया go back के लगे नारे
हालांकि मिडिया लगातार मुख्तार को माफिया, गुंडा जैसे शब्दों से हमेशा नवाजता रहा है,यही वजह है कि अंतिम संस्कार के दौरान लोगों में मीडिया के प्रति भी गुस्सा दिखाया ,और लोगों ने मीडिया को मुख्तार के घर के आस पास से भगा दिया और गोदी मीडिया go back के नारे भी लगाए। मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार के दौरान हजारों लोग रोते और बिलखते भी नजर आए,ये वो लोग थे जिनकी किसी ना किसी तरह अंसारी फैमिली ने मदद की थी,विरोधी कुछ भी कहें,लेकिन ये भी एक सच है कि मुख्तार अंसारी को पूर्वांचल में गरीबों का मसीहा और रॉबिन हुड भी कहा जाता था,जिसने सामंतवादियों की नाक में नकेल डाली।
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