भगोड़ा घोषित अब्बास अंसारी के घर पर पुलिस ने नोटिस किया चस्पा !
हालांकि कुछ लोगों को सोशल मीडिया पर पुलिस का यह रवैया पसंद नहीं आया, इसके साथ ही लोगों ने ओपी राजभर पर भी तीखे सवाल खड़े किए
गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित एमएलए अब्बास अंसारी के घर पर लखनऊ पुलिस ने नोटिस चस्पा किया है। तो वहीं कोर्ट के द्वारा अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित करने का नोटिस लखनऊ पुलिस ने चस्पा किया है।
ढोल-नगाड़े लेकर उनके घर पहुंच गईं
मुनादी करवा कर कोर्ट के आदेश का गाजीपुर जाकर लखनऊ पुलिस की टीम ने ऐलान किया है। माफिया डॉन के विधायक बेटे मुख्तार अंसारी ने जब उन्हें हाथ नहीं लगा तो वह ढोल-नगाड़े लेकर उनके घर पहुंच गईं। उसके घर पर फुल फ्रिंज नोटिस चस्पा किया गया था। हालांकि कुछ लोगों को सोशल मीडिया पर पुलिस का यह रवैया पसंद नहीं आया है। इसके साथ ही लोगों ने ओपी राजभर पर भी तीखे सवाल खड़े किए हैं। जो इस समय बीजेपी के करीब जा रहे हैं।
हर शख्स पर पैनी नजर रखी जा रही
आपको बता दें अब्बास अंसारी सुहेलदेव मऊ से भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के विधायक हैं। उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने आर्म्स एक्ट से जुड़े एक मामले में उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। लेकिन अब्बास का कहना है कि पुलिस के हाथ में कुछ भी नहीं आया है। पुलिस उनकी इधर-उधर तलाश कर रही है। उनसे जुड़े लोगों की संपत्ति को झुंझला कर जब्त करने के अलावा निर्माणों को धूल चटाने की भी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मुख्तार को रिहा नहीं किया जाएगा। उनसे जुड़े हर शख्स पर पैनी नजर रखी जा रही है।
उनकी पार्टी का भाजपा के साथ गठबंधन
उधर, बीजेपी से नजदीकियां बढ़ाने में लगे ओपी राजभर ने मुख्तार अंसारी का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा कि मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी उनकी पार्टी के विधायक हैं। उन्हें बचाना उनकी जिम्मेदारी है। उनका कहना है कि मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी उनके साथ पेश होंगे, अगर उनकी पार्टी का भाजपा के साथ गठबंधन है।
अब्बास भी सुभासपा से विधायक
राजभर ने 2022 का विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव के साथ मिलकर लड़ा था, लेकिन उसके बाद दोनों में अनबन हो गई थी। माना जा रहा है कि ओपी राजभर का सपा से गठबंधन टूट सकता है। राजभर खेमा अगर वह बीजेपी के साथ जाते हैं तो तकनीकी तौर पर अब्बास अंसारी को उनके साथ जाना होगा है। क्योंकि अब्बास भी सुभासपा से विधायक है।