खुलासा : छात्रा की हत्या का पुलिस ने किया पर्दाफाश !
घर से गायब हुई 18 वर्षीय पारुल यादव का 4 जून को पुलिस ने गांव से 500 मीटर की दूरी पर नाले के किनारे खेत में शव बरामद किया था
लखनऊ : मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के कोराना गांव में 18 वर्षीय पारुल यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। अवैध संबंधों ( illicit relations ) को बचाने के लिए पारुल के चचेरे चाचा ने ही पारुल की हत्या कर दी थी।
मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश
बीते 3 जून को संदिग्ध परिस्थितियों में घर से गायब हुई 18 वर्षीय पारुल यादव का 4 जून को पुलिस ने गांव से 500 मीटर की दूरी पर नाले के किनारे खेत में शव बरामद किया था। पारुल यादव 12 वीं की छात्रा थी। पारुल के सिर में चोट के निशान थे। पुलिस इस पूरे मामले में पिता रणधीर यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही थी।
चाचा का घर पर आना पारुल को पसंद नहीं था
पुलिस उपायुक्त गोपाल कृष्ण चौधरी ने पारुल यादव हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि पारुल के चचेरे चाचा रामसुमेर उर्फ कल्लू उर्फ प्रधान का अक्सर पारुल के घर पर आना जाना था। आरोपी चाचा मृतिका पारुल की मां से बातचीत करता था। लेकिन चाचा का घर पर आना पारुल को पसंद नहीं था। जिसका वह लगातार विरोध कर रही थी। इसीलिए चचेरे चाचा ने पारुल की हत्या कर दी। पुलिस ने घर के पास झाड़ियों से डंडा भी बरामद किया है।
बाइट : गोपाल कृष्ण चौधरी, डीसीपी साउथ, लखनऊ