इसलिए आतंक के निशाने पर है ‘कश्मीर की शान्ति’ !
हाल ही घटनाएं इस बात को बताती हैं की आतंकियों ने एक खास मनसूबे से घाटी के कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है
हाल ही के कुछ दिनों में कश्मीर घाटी में आतंकियों ( Terrorist ) ने फिर से अपने क्रूर इरादों से आतंक फैलाना शुरू कर दिया है।
कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया गया
बीते कुछ दिनों की बात करें तो जम्मू कश्मीर में टार्गेटेड किलिंग की लगातार सातवीं घटना सामने आई है। इन सातों घटनाओं की बात करें तो उन चार घटना में कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया गया है। जो इस बात को बताता की आतंकियों ने एक खास मनसूबे से घाटी के कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
कश्मीरी पंडित खुद को असुरक्षित महसूस करें
तो वहीं कश्मीर के कुलगाम में स्कूल टीचर की हत्या ने आतंकियों के मनसूबे को और अधिक साफ कर दिया है। आतंकी चाहते है की सरकार के प्रति घाटी के लोगों में यह विश्वास पैदा हो जाए की सरकार इस उत्पीड़न समूह के लोगों को सुरक्षा नहीं दे पा रही है। जिससे घाटी के अलग अलग हिस्सों में रह रहे कश्मीरी पंडित खुद को असुरक्षित महसूस करें।
सरकार कि आतंकियों के प्रति जीरो टॉलरेंस कि नीति
इस पूरी घटना पर सरकार का भी बयान सामने आया है। घटना के बाद जारी आधिकारिक बयान में पुलिस विभाग का कहना है कि इस कायराना आतंकी घटना में शामिल सभी आतंकियों को जल्द से जल्द पहचान कर उनको अंजाम तक पहुँचाया जाएगा। सरकार ने आगे कहा कि आतंकियों के प्रति जीरो टॉलरेंस कि नीति रखते हुए नागरिकों में सुरक्षा का विश्वास कायम रखा जाएगा।
फ़िलहाल सरकार से यही अपील होगी की आगे वो इस तरह की घटनाओँ को कश्मीर में घटने से रोके। साथ ही घाटी में ऐसी घटनाओ को करने वाले आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुँचाया जाए।