पंचायत का फैसला, पति को 7 दिनों के लिए बाँधा पेड़ से !

Trending: कहते हैं कि दुनिया में पति-पत्नी का रिश्ता सबसे प्यारा और पवित्र होता है।

Trending: कहते हैं कि दुनिया में पति-पत्नी का रिश्ता सबसे प्यारा और पवित्र होता है। लेकिन कभी-कभी लोग सारी मर्यादाओं को भूलकर रिश्ते को तार- तार कर देते है। एवं कुछ ऐसा कर जाते हैं जिसे सुनकर लोग हैरान वह दंग रह जाते हैं।


ऐसी ही एक खबर राजस्थान के जैसलमेर से आई है। जहां पर एक पति- पत्नी और उसकी सास अपने घर में रहते हैं। पत्नी और सास में किसी बात को लेकर झगड़ा हो जाता है। इस सास- बहू के झगड़े में शख्स को ऐसी सजा मिली जिसके बारे में सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे।

क्या है पूरा मामला

जैसलमेर के खींवसर गांव में ‘धन्ना राम’ व उनकी पत्नी ‘गंगा’ अपनी मां के साथ रहते थे। धन्नाराम यही चाहता था कि उसकी मां भी उसी के साथ रहे लेकिन धन्ना राम की पत्नी गंगा को यह नागवार गुजरता था। वो नहीं चाहती थी कि उसकी बूढ़ी सास उसी के साथ रहे। इसी बात को लेकर सास और बहू में झगड़ा हुआ बाद में बहू ने पंचायत बुलाई। उस पंचायत में उसके उसने अपने घर वालों व अन्य लोगों को बुलवा लिया। जिसके बाद पंचायत ने ऐसा फैसला सुनाया कि धन्नाराम और उसकी माँ परेशान हो गयी। फैसला था कि 7 दिन के लिए धन्नाराम को पेड़ से बांध दिया जाए और हर रोज उसकी पत्नी गंगा दो थप्पड़ अपने पति को मारे।

पुलिस ने किया कार्यवाही

4 दिन में बेचारे पति के हालत दयनीय हो गई। यानी कि गंभीर हो गई। गांव के ही किसी व्यक्ति ने जाकर पुलिस थाने में इस बात को बताया कि कैसे धन्नाराम को पंचायत के फैसले से बांध दिया गया है। जिसके बाद मौके वारदात पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने धन्नाराम को पेड़ से छुड़ाया।

उसके बाद धन्नाराम को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहीं पुलिस ने फैसला देने वाले पंचों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। और उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्यवाही कर रही है। लेकिन इस मामले को जिसने भी सुना वह हैरान रह गया और सोचने पर मजबूर कर दिया। क्या वाकई में ,आज के समय में भी गांव में ऐसी पंचायतों का आयोजन होता है। जिनके अनाप- सनाप फैसले से लोगो की जान चली जाती है।

 

 

 

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