यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा अंतर्राज्यीय गिरोह का सरगना !
इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देषित किया गया था
उत्तर प्रदेश एसटीएफ के हाथ तमाम 25,000/-रूपये का आरोपी ( accused ) लगा है। विगत काफी दिनों से फरार/पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाएँ कारित करने की सूचनाएँ प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देषित किया गया था।
इस दौरान मुखबिर से ज्ञात हुआ कि डकैती/लूट की सनसनीखेज घटनाओं को अंजाम देने वाला अन्तरप्रान्तीय गिरोह का सरगना व 25,000/-रूपये का पुरस्कार घोषित अभियुक्त मीनू उर्फ अभय कंजड़, कंजारन डेरा के पास किसी व्यक्ति का इन्तजार कर रहा है। मुखबिर के बताए स्थान पर पहुँचकर अभियुक्त उपरोक्त को आवश्यक बल प्रयोग करके समय करीब 16ः00 बजे गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।
आरोपी ने बताया है कि डकैती की उक्त घटना में शामिल अरविन्द व बच्चू ने कबाड़ खरीदने व फेरी लगाने के बहाने रेकी का काम किया था। रेकी करने के बाद इन लोगों द्वारा जब मुझे बताया गया। तब मैंने अपने सगे भाईयों दीपक, शीनू, नन्दू व 03 अन्य साथी करिया, कल्लू तथा दान सिंह के साथ मिलकर उक्त सोना की दुकान में डकैती डालने की योजना बनायी।
योजना के मुताबिक दिनांक 11-04-2022 की रात्रि में दुकान का ताला अरविन्द द्वारा काटा गया। हम सभी लोग बारी-बारी से एक दूसरे के कन्धें पर चढ़कर दीवाल को फांदकर अन्दर चले गये। साथ डकैती की घटना को अंजाम दे दिया। दुकान के अन्दर करीब 5-7 लाख रूपये की सोने-चॉदी की ज्वैलरी तथा 50 हजार रूपये नकद मिले थे।
नकद रूपये को हम लोगों ने आपस में बांट लिया था। सोने-चॉदी के जेवरात को उरई के एक सोनार के पास बेच दिया था। घटना में शामिल मेरे 06 साथी पकड़े जा चुके है। गिरोह के 06 सदस्यों के पकड़े जाने के बाद से मैं पुलिस से बचने के लिए इधर-उधर छिपकर रह रहा था।