#Sleep Problems: नींद न आने से हार्ट रेट पर पड़ सकता है बुरा असर , उपाय के लिये करें योगासन !

दिन-भर थके रहने के बाद भी अगर आपको रात में नींद नहीं आती है और आप करवट बदलते रहते हैं तो इससे आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

दिन-भर थके रहने के बाद भी अगर आपको रात में नींद नहीं आती है और आप करवट बदलते रहते हैं तो इससे आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव (Negative Impact) पड़ सकता है। वहीं, आप किसी दवा का सहारा ले रहे हैं तो इससे भी आपके स्वास्थ्य को काफी नुकसान होगा। नींद ना आने की समस्या आम आदमी से जुड़ी गंभीर समस्या (Serious Problem) मानीं जाती है। बता दें कि आपके टाइम टेबल में कुछ कमियों के कारण हो सकता है कि अच्छी नींद के लिए आप योगासन का भी सहारा ले सकते हैं।

हेल्थ और स्किन पर पड़ा बुरा प्रभाव

आजकल की ज़िंदगी में लोग इतना ज्यादा स्ट्रेस ले लेते हैं कि उन्हें नींद न आने की समस्या बनी रहती है। ऐसे में नींद न आना एक तरह की बीमारी है, जो जल्दी पीछा नहीं छोड़ती है। लेट नींद आना और फिर काम के सिलसिले में जल्दी उठने से हेल्थ और स्किन दोनों पर बुरा असर पड़ सकता है। इस कारणवश इंसान बिगड़ी हुई मेंटल हेल्थ का मरीज बन जाता है। रात में न सोने की वजह से आंखों के नीचे डार्क स्पॉट्स (Dark Spots) यानी काले घेरे भी होने लगते हैं।

आपको बता दें कि योगासन करके आप अपने मस्तिष्क को स्लीपिंग एक्टिविटी के लिए सक्रिय करेंगे तो शायद आपको जल्दी नींद आ सकती है। इतना ही नहीं यह आपके दिमाग को स्लीपिंग हार्मोन (Sleeping Hormone) बढ़ाने के लिए भी एक्टिवेट कर सकता है। आप योगासन से जल्दी नींद आने के कारण को जानते हुए इस योगासन को करने की प्रक्रिया के बारे में भी जान सकते हैं।

हार्ट रेट पर पड़ सकता है बुरा असर

हम में से कई लोग रात में जल्दी सो नहीं पाते हैं हमेशा करवट बदलते रहते हैं। फिलहाल नींद पूरी नहीं होती और सुबह उठकर फिर से काम में लग जाते हैं और इसके बाद पूरे दिन सुस्ती और आलस महसूस होता रहता है। जाहिर सी बात है कि इसका असर परफॉर्मेंस पर भी पड़ेगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक माना जाता है कि रात में व्यायाम करना अच्छा होता है। अध्ययनों के अनुसार, रात में व्यायाम करने से आपकी हार्ट रेट (Heart Rate) पर बुरा असर पड़ सकता है, जो आपकी स्लीप साइकिल को डिस्टर्ब करने का मुख्य कारण भी हो सकता है। इस सिलसिले में रात में वर्कआउट करने से स्ट्रेस हार्मोन (Stress Hormones) रिलीज होते हैं और अगर आप जिम में वर्कआउट कर रहे हैं, तो यहां चमकने वाली तेज रोशनी मेलाटोनिन (Melatonin) यानी स्लीप हार्मोन को बनने से रोकती है। जिससे आपको कई रातें करवटें बदलते हुये गुजारना पड़ सकता है।

 

 

 

 

 

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