“खुदा गवाह” : संजय ने ठुकराई अमिताभ ने अपनाई, जानिए खास वजह…
फिल्म की 30वीं सालगिरह पर इसमें अमिताभ बच्चन, श्रीदेवी, डैनी डेन्जोंगपा, नागार्जुन, शिल्पा शिरोडकर और किरण कुमार जैसे बड़े सितारे शामिल थे।
फिल्म की 30वीं सालगिरह पर इसमें अमिताभ बच्चन, श्रीदेवी, डैनी डेन्जोंगपा, नागार्जुन, शिल्पा शिरोडकर और किरण कुमार जैसे बड़े सितारे शामिल थे। संजय दत्त को शुरुआत में साइन किया गया था। हमने उनके साथ 7 रीलों की शूटिंग भी की थी। यहां तक कि फराह नाज भी इसमें शामिल हो गई थीं। वो 7 की 7 रील डूब गई। ऐसा इसलिए है क्योंकि फिल्म के निर्देशक दिवंगत मुकुल आनंद जी हैदराबाद में नागार्जुन के स्टूडियो में अपने पेप्सी और अन्य विज्ञापनों को मुफ्त में शूट करना चाहते थे। इसलिए, नागार्जुन को भूमिका मिली। हमारे पास एक गाने सहित संजय दत्त और फराह के दृश्यों को फिल्म से हटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। फिर शिल्पा शिरोडकर ने फराह की जगह ली।”
संजय दत्त ने किया खुलासा
मनोज देसाई ने जारी रखा, “संजय दत्त को भी खारिज कर दिया गया था क्योंकि वह ‘तम्मा तम्मा’ गाने का हिस्सा थे। यह मुकुल की फिल्म हम (1991) के ‘झुम्मा चुम्मा’ जैसा लग रहा था। इसमे उनको निकलने वाली कोई बात ही नहीं थी। इस बात को लेकर संजय दत्त को इतना प्रताड़ित किया गया कि वे अमिताभ बच्चन की वैनिटी वैन में बैठ गए। उन्होंने उससे कहा कि ‘मनोज जी की वजह से नहीं। ये नीच आदमी है मुकुल आनंद। उसकी वजह से मैं ये फिल्म छोड़ रहा हूं। मैं माफी चाहता हूं’।
संजय दत्त अकेले ऐसे अभिनेता नहीं थे जिन्हें पुलिस वाले के लिए चुना गया था। यहां तक कि अजय देवगन पर भी विचार किया गया। मनोज देसाई ने खुलासा किया, “मुझे अजय देवगन को भी पास करना था। नागार्जुन को लेके मुकुल आनंद अपना काम फ्री में करना चाहते थे। ये बहुत पुरानी आदत थी उनकी। इसलिए, हम अजय देवगन को कास्ट नहीं कर सके।”