ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल ने मोरबी में chief judicial magistrate की अदालत में किया आत्मसमर्पण !
135 लोगों की जान लेने वाली मोरबी पुल त्रासदी में एक बड़े घटनाक्रम में ओरेवा समूह के निदेशक जयसुख पटेल ने आज सत्र न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
135 लोगों की जान लेने वाली मोरबी पुल त्रासदी में एक बड़े घटनाक्रम में ओरेवा समूह के निदेशक जयसुख पटेल ने आज सत्र न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। मोरबी पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में जयसुख पटेल का नाम था। इस मामले में ओरेवा ग्रुप के प्रमोटर जयसुख पटेल को आरोपी बनाया गया था। चार्जशीट में उन्हें फरार बताया गया था।
जयसुख पटेल को ‘फरार’ नामित किया गया था
चार्जशीट में उनके अलावा ओरेवा के एक्जीक्यूटिव समेत 9 अन्य लोगों को भी नामजद किया गया था। ये सभी नौ लोग पहले से ही हिरासत में हैं। जयसुख पटेल को ‘फरार’ नामित किया गया था। ओरेवा समूह की प्रमुख घड़ी बनाने वाली कंपनी अजंता मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड को ब्रिटिश-युग के पुल को बनाए रखने और संचालित करने के लिए अनुबंधित किया गया था।
पीड़ितों के परिवारों को देय मुआवजे की गणना
ओरेवा समूह की कंपनी अजंता ने पीड़ितों के परिवारों को देय मुआवजे की गणना करने के गुजरात उच्च न्यायालय के निर्देश को सोमवार को स्वीकार कर लिया। निलंबन पुल के रखरखाव और संचालन के लिए अनुबंधित अजंता ने हाल ही में अदालत में स्वीकार किया कि उसने “कुछ गलत किया”, जिसके कारण पिछले साल 30 अक्टूबर को उसकी निगरानी में ब्रिटिश युग की संरचना ढह गई।
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