ताजमहल जैसे दिखने वाले इस भव्य मंदिर के अमृत जल को ड्रमों में भर कर ले जा रहे अमरीकी, जाने क्या है मंदिर की कहानी !
इटावा मुख्यालय से 35 किमी की दूरी पर विख्यात बाबा जय गुरुदेव मंदिर ताजमहल का दूसरा रूप माना जा रहा है कई देशों के लोग अनेकों

इटावा मुख्यालय से 35 किमी की दूरी पर विख्यात बाबा जय गुरुदेव मंदिर ताजमहल का दूसरा रूप माना जा रहा है कई देशों के लोग अनेकों बीमारियों को ठीक करने के लिए अमृत जल लेकर जाते है। वही अमृत जल से ठीक, कैंसर जैसी बीमारियों में बताया जा रहा है । लाभकारी अमेरिका के लोग ड्रमो में भर-भर कर ले गये अमृत जल देश के लोग अपने घरों में अमृत जल को रखकर दवा के रूप में करते हैं।
प्रयोग 3 दिनों तक चलने वाले होली मेला सत्संग में मथुरा से होकर, खितौरा में भक्तों भक्त पहुंचते है जो बाबा जी गुरुदेव का सफल दर्शन माना जाता है ।
इस जल को पीने के बाद रोगों से मिलती है मुक्ति
मंदिर पर लगा मेला जयगुरुदेव आश्रम मथुरा के बाद भक्त बड़ी दूर दूर से इटावा में बने खितौरा मंदिर पर पहुंचते हैं जनपद के छोटे से गांव में अमेरिका, नेपाल, बांग्लादेश, कोलकाता, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान अन्य देशों से भी लोग यहां पर पहुंचते हैं इस मंदिर की एक खास बात और है,
कि यहां पर भक्तों के लिए खास तौर पर अमृत जल नया जीवन देता है, जिसे पीने के लिए भक्त लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। भक्त अमृत जल को लेकर यहां से जाते हैं और बताते हैं कि इस जल को पीने के बाद रोगों से मुक्ति मिलती है ।
आगरा के ताजमहल से मिलता जुलता खितौरा धाम मंदिर
युवाओं की पहली पसंद बनता जा रहा खितौरा धाम खितौरा मन्दिर आगरा के ताजमहल से मिलता जुलता नज़र आता है, खितौरा धाम मंदिर पर लाखों की संख्या में पहुंच रहे भक्त भक्तों के लिए लगातार चल रहा भंडारा, होली के पर्व पर लाखों की संख्या में भक्त खितौरा मन्दिर पर पहुंचकर ले रहे है
आनंद भक्त बताते है जय गुरु देव महाराज की जन्म भूमि खितौरा में आने से मिलता है सुकून और कष्ट दूर हो जाते है।
हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां http://www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।