#A LETTER TO PM : बच्ची कि पीएम से अपील, PLEASE करिए महंगाई में ढील !
सोशल मीडिया पर तेज़ी से एक लेटर वायरल हो रहा हैं जिसमें क्लास फस्ट की एक बच्ची ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा हैं
महंगाई एक ऐसा शब्द जिसको सुनकर हर आम आदमी के पसीने छूट जाते है। एक ऐसा शब्द जिसकी दहशत दिखाकर हर विपक्षी पार्टी के नेता वोट की खरी खरी राजनीति करते हैं। लेकिन क्या हो अगर इसकी मार आम नागरिक के साथ साथ देश के भविष्य नन्हे मुन्हे बच्चों पर भी पड़ने लगे ? अब आप सोंचेंगे की वो कैसे ? तो आईये आपको बताते हैं इसकी पूरी वजह :
डाका डालना शुरू कर दिया है
दरअसल सोशल मीडिया पर तेज़ी से एक लेटर वायरल हो रहा हैं जिसमें क्लास फस्ट की एक बच्ची ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा हैं। अपनी उस चिट्ठी में उस प्यारी बेटी ने नरेंद्र मोदी को महंगाई के दर्शन अपने हिंसाब से कराए। उस नन्ही परी ने पीएम मोदी को बताया की कैसे महंगाई ने उसकी खास जरूरतों जैसे पेन, पेंसिल व मैगी पर भी डाका डालना शुरू कर दिया है।
मां पेंसिल मांगने पर मुझे मारती है, मैं क्या करूं?
यूपी के कन्नौज जिले के छिबरामऊ की रहने वाली बच्ची ने देश के पीएम को अपनी बात कहते हुए लिखा कि ” मेरा नाम कृति दुबे है। मैं कक्षा 1 में पढ़ती हूं। मोदीजी, आपने बहुत अधिक महंगाई कर दी है। यहां तक कि मेरी पेंसिल और रबर भी महंगा हो गया और मैगी की कीमत भी बढ़ा दी गई है। अब मेरी मां पेंसिल मांगने पर मुझे मारती है। मैं क्या करूं? दूसरे बच्चे मेरी पेंसिल चुरा लेते हैं। ”
यह मेरी बेटी की ‘मन की बात’ है
अपनी छोटी उंगलियों से बड़ी बात लिखने वाली कृति का ये लेटर जैसे ही सॉइल मीडिया में वायरल हुआ। वैसे ही लोगों ने अपनी अलग अलग प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। तो वहीं उसके पिता विशाल दुबे ने कहा, “यह मेरी बेटी की ‘मन की बात’ है। वह हाल ही में उस समय नाराज हो गई, जब उसकी मां ने उसे स्कूल में पेंसिल खो जाने पर डांटा।”
बच्ची की मदद करने के लिए तैयार हूं – एसडीएम
तो वहीं इलाके के एसडीएम अशोक कुमार ने कहा कि, “मैं किसी भी तरह से बच्ची की मदद करने के लिए तैयार हूं और यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करूंगा कि उसका पत्र संबंधित अधिकारियों तक पहुंचे।”
फ़िलहाल बच्ची का लेटर प्रशासन तक तो पहुँच चुका है। अब देखना होगा कि देश के पीएम कि तरफ से क्या प्रतिक्रिया होती है ? क्योंकि छोटा हो या बड़ा देश का हर नागरिक अपने प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर जरूर सुनना चाहेगा।