करोंड़ो के टेबलेट घोटाले में यूपीएसआई का पूर्व प्रबंधक गिरफ्तार !

अभियुक्तों को आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 व 120बी के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 13(2) के तहत नामजद

लखनऊ : प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने घोटाले में आरोपित उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम (यूपीएसआईसी) के पूर्व प्रबंधक एसके त्रिपाठी को गुरुवार को लखनऊ से गिरफ्तार ( Arrest ) कर लिया। ईओडब्ल्यू काफी दिनों से श्री त्रिपाठी की तलाश में जुटी हुई थी।

उद्योग निदेशालय से फर्जी प्रमाणपत्र प्राप्त कर

पूर्व प्रबंधक लखनऊ के चिनहट इलाके की अशरफ विहार कालोनी में रहते थे। इस मामले में शेष छह अभिुयक्त अभी फरार हैं। मेसर्स इरा इंटरप्राइजेज लखनऊ द्वारा उद्योग निदेशालय से फर्जी प्रमाणपत्र प्राप्त कर विनोद पांडेय व एसके त्रिपाठी द्वारा क्लोरीन टैबलेट की सप्लाई एवं अन्य सामग्री की आपूर्ति कर कुल 4.56 करोड़ रुपये का गबन किए जाने के मामले में लखनऊ के सरोजनीनगर व कानपुर के काकादेव थाने में मुकदमे दर्ज कराए गए थे।

मालिक सहित सात अभियुक्त वांछित

बाद में दोनों मुकदमों की विवेचना ईओडब्ल्यू के कानपुर सेक्टर को सौंप दी गई। दोनों मुकदमों में मेसर्स इरा इंटरप्राइजेज के मालिक सहित सात अभियुक्त वांछित थे। इसमें से एक अभियुक्त एसके त्रिपाठी को गुरुवार को विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर अशोक कुमार व शैल कुमार सिंह की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।

दोनों मुकदमे वर्ष 2008 में दर्ज

कानपुर नगर के काकादेव थाने में दर्ज मुकदमे में अभियुक्तों को आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 व 120बी के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 13(2) के तहत नामजद किया गया है। लखनऊ के सरोजनी नगर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में अभियुक्तों को आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 व 120बी के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 13(2) के तहत नामजद किया गया है। दोनों मुकदमे वर्ष 2008 में दर्ज कराए गए थे।

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