फास्ट फूड बढ़ा रहा आंत के कैंसर का खतरा, हर महीने दस नए मरीज पहुंच रहे रिम्स !
फास्ट फूड और मिलावटी खाने के अधिक इस्तेमाल के कारण झारखंड में भी लगातार आंत के कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।

फास्ट फूड और मिलावटी खाने के अधिक इस्तेमाल के कारण झारखंड में भी लगातार आंत के कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। रिम्स के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ रोहित झा ने बताया कि हर महीने कम से कम आठ से दस नए आंत के कैंसर के मरीज मिलते हैं।
पिछले पांच वर्षों में ऐसे मामलों में वृद्धि हुई है। वहीं रांची के विशेषज्ञ गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट डॉ अविनाश कुमार ने बताया कि निजी क्लीनिकों में भी लगातार ऐसे मामले आते हैं। जिनके डायग्नोसिस के बाद पता चलता है कि मरीज को आंत के कैंसर से संबंधित बीमारी है, हालांकि उन्होंने बताया कि
रिम्स के आंकोलॉजी विभाग में ऐसे मामलों को इलाज अब संभव हो पा रहा है। इसके अलावा रांची में दो तीन निजी कैंसर के भी अस्पताल आ जाने से लोगों को परेशानी नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में बीमारी का पता चल जाने से जिंदगी बच सकती है।
खानपान ही आंत के कैंसर की सबसे बड़ी वजह
डॉ अविनाश ने बताया कि खानपान ही आंत के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। हम पहले मोटा खाओ मोटा पहनो के तर्ज पर जीते थे तो लोग अधिक बीमार नहीं पड़ते थे। अब विदेशों में मिलने वाला आहार भी भारत के गांव गांव तक पहुंच रहा है। लोग नूडल्स, अजीनो मोटो, पिज्जा, बर्गर सहित अन्य तैलिय पदार्थों को लोग सेवन कर रहे हैं जिससे यह कैंसर हो रहा है। उन्होंने बताया कि आंत का कैंसर पहले जापान जैसे देशो में होता था। नूडल्स, अजीनोमोटो वहीं इस्तेमाल भी होता था। अब यह भारत आ गया है तो भारत में भी हो रहा है।
बवासीर समझ लोग करते हैं नजरअंदाज, पड़ रहा है भारी
डॉ अविनाश ने बताया कि आंत के कैंसर का एक सबसे बड़ा लक्षण मलमार्ग से खून का आना है। जब लोगों को ऐसा होता है तो वे बवासीर समझ लेते हैं। जब डॉक्टरों के पास मरीज पहुंचते हैं और दूरबीन विधि से जांच की जाती है तब पता चलता है कि मरीज को आंत का कैंसर है। उसके अलावा उन्होंने बताया कि मरीजों को बहुत दिनों तक अगर कब्ज है तो उसके नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि मरीजों को पेट में गांठ और लगातार वजन कम होने को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
रांची में एक हजार से अधिक फास्ट फूड कॉर्नर
रांची में फास्ट फूड के करीब एक हजार से अधिक स्टॉल सिर्फ सड़कों के किनारे लगते हैं। जहां हर दिन युवा शाम को बड़ी संख्या में युवा फास्ट फूड का सेवन करते हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि फास्ट फूड का स्वाद लोगों को बहुत पसंद तो आता है पर लोगों के सेहत पर बहुत अधिक नुकसान पहुंचाता है। विशेषज्ञों ने बताया कि रांची के विभिन्न फास्ट फूड के कॉर्नर ऐसे हैं जहां जले हुए तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है,लोगों को इससे सतर्क रहने की जरूरत है।
लक्षण….
- पेट में कोई गांठ
- लगातार लूज मोशन
- वजन कम होगा
- लंबे समय तक कब्ज होना
- मल के रास्ते से खून जाना
कारण
- फास्ट फूड का अधिक सेवन
- फ्रोजेन फूड का इस्तेमाल
- अजिनो मोटो, नूडल्स
- बवासीर समझ कर नजरअंदाज करना
- स्मोकिंग
- एलकोहल
- खैनी
- अनुवांशिक
बचाव….
- हेल्दी लाइफस्टाइल
- ग्रीन वेजिटेबल का अधिक सेवन
- फ्रूट्स, गर्म पानी से धोकर खाइये
- गर्म पानी में उबाल कर खाना चाहिए
- ऑरगेनिक खाना
- सही तेल और मशाला का इस्तेमान
- फाइबर युक्त भोजन भी करना चाहिए
हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो follow भी कर सकते हैं।