LUCKNOW: सूखे से खराब होने वाले किसानों को मिलेगा नि:शुल्क तोरिया किट, जारी हेल्पलाइन नम्बर !

उप्र शासन की मंशा के अनुसार प्रत्येक माह के तृतीय बुधवार को किसान दिवस मनायें जाने के क्रम में डीएम सूर्य पाल गंगवार ने रायबरेली रोड स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में यह निर्देश दिए।

सूखे के कारण तोरिया की फसल खराब होने वाले किसानों को हेल्पलाइन नम्बर पर नि:शुल्क किट मिल सकेगा। जिलाधिकारी के आदेश पर कृषि विभाग ने किसानों के लिए हेल्पलाइन जारी किया है। उप्र शासन की मंशा के अनुसार प्रत्येक माह के तृतीय बुधवार को किसान दिवस मनायें जाने के क्रम में डीएम सूर्य पाल गंगवार ने रायबरेली रोड स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में यह निर्देश दिए।

क्या है हेल्पलाइन नंबर

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिन किसान भाइयों की सूखे के कारण तोरिया की फसल खराब हो गई है उनके लिए एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाए। जिस पर किसान भाई काल करके नि:शुल्क किट प्राप्त कर सके। कार्यक्रम में भी डीएम ने दो किसानों को तोरिया की मिनीकिट नि:शुल्क उपलब्ध कराई।

लखनऊ के जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि किसान भाई 7839882167 नम्बर पर काल करके नि:शुल्क तोरिया की मिनीकिट प्राप्त कर सकते हैं। कृषि अधिकारी ने डीएम जिलाधिकारी को बताया कि जनपद में राजकीय कृषि बीज भण्डारों एवं उर्वरक निजी क्षेत्र एवं सहकारिता में पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध है। साथ ही यह भी बताया कि राजकीय कृषि बीज भण्डारों पर जिप्सम 75 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध है। इसके बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी गयी।

कीट रोग की रोकथाम के बारे में दी गयी विस्तृत जानकारी

किसान दिवस में कृषि एवं इससे सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उप कृषि निदेशक ने डीएम को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। समन्वयक कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एके दुबे ने कार्यक्रम में आये किसानों को कृषि की समसामयिक जानकारी दी। उप कृषि निदेशक एके मिश्रा ने किसानों को जनपद में संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी एवं उन पर देय अनुदान के बारें में बताया।

आत्मा योजना के अन्तर्गत अर्न्तजनपदीय एवं अंर्तराज्यीय भ्रमण दल अक्टूबर में भेजे जाने की सम्भावना है। जिसके लिये प्रगतिशील किसानों को चयन के बाद भेजा जायेगा। नेडा परियोजना अधिकारी ने संचालित विभिन्न योजनाओं एवं उन पर दिए जाने वाले अनुदान के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दीपक राय द्वारा धान में लगने वाले कीट रोग की रोकथाम के बारे में प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गयी।

 

लखनऊ में दूध एवं उससे बने उत्पादों की अधिक मात्रा में मांग है

लखनऊ की सीडीओ ने किसानों को पराम्परागत खेती की बजाय कृषि विविधीकरण अपनाने पर विशेष बल दिया, ताकि अधिक आय प्राप्त हो सकें। लखनऊ डीएम ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेने के बारे में बताया। कहा कि लखनऊ में दूध एवं उससे बने उत्पादों की अधिक मात्रा में मांग है, यदि दुग्ध उत्पादन एवं कलेक्शन सेंटर विकसित करें तो इससे कृषकों की कृषि से अतिरिक्त आय प्राप्त होगी

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