4 प्रसिद्ध स्थल, जहाँ मानसून में जाने से बचना चाहिए!
भूस्खलन, बाढ़ और जलभराव वाली सड़कें मानसून के दौरान यात्रियों के लिए उच्च जोखिम पैदा करती हैं, मानसून पहले ही आ चुका है…
मानसून पहले ही आ चुका है और यह शायद भारत में सबसे अच्छे मौसमों में से एक है। लोग इस दौरान अपनी यात्राओं की योजनाबनाना पसंद करते हैं। खासकर बारिश का आनंद लेने के लिए। हालांकि मौसम की स्थिति के कारण कुछ लोकप्रिय मानसून (monsoon) स्थलों कीयात्रा करना काफी जोखिम भरा हो जाता है। भूस्खलन जलभराव और अप्रत्याशित मूसलाधार बारिश के कारण ये स्थान पर्यटकों केलिए एक बड़ा खतरा हैं।
ध्यान रखें कि बरसात के मौसम में इन पर्यटन स्थलों से दूर रहें
मुंबई
मानसून के दौरान मुंबई का दौरा करना एक बुरे अनुभव में बदल सकता है। इस दौरान मुंबई में जलजमाव की समस्या आम है। आप घंटोंट्रैफिक में भी फंस सकते हैं। जिससे यात्रा परेशान करेगी। मुंबई में अक्सर मानसून के मौसम में मूसलाधार बारिश होती है और शहर भरमें जलभराव वाली सड़कें एक आम समस्या है। इसलिए अगर आप मुंबई जाने की योजना बना रहे हैं। तो नवंबर से फरवरी यात्रा करनेका सबसे अच्छा समय है।
चेन्नई
मानसून की बारिश दक्षिण भारत के कई शहरों के लिए गर्मी से काफी राहत लेकर आई है। इसलिए बहुत से लोग बारिश का आनंद लेनेके लिए चेन्नई की यात्रा करने के बारे में सोचते हैं। हालांकि बारिश के मौसम में चेन्नई अक्सर बाढ़ की चपेट में आ जाता है। इस वजहसे आपको होटल के कमरे में बंद रहना पड़ सकता है। जुलाई और सितंबर के बीच चेन्नई की यात्रा करने से बचने की कोशिश करें।
सिक्किम
कई लोग पहाड़ों पर जाकर मानसून की बारिश का लुत्फ उठाना पसंद करते हैं। पहाड़ों से प्यार करने वालों के लिए सिक्किम सबसेपसंदीदा जगहों में से एक है। हालांकि बारिश के मौसम में सिक्किम का दौरा करना जोखिम से मुक्त नहीं है। बारिश के दिनों मेंसिक्किम की सड़कों पर घूमना आपके लिए काफी बुरा अनुभव साबित हो सकता है।
उत्तराखंड
उत्तराखंड के कुछ इलाकों में बारिश के दौरान बहुत ज्यादा डरावने हो जाते हैं। चूंकि यह जगह दिल्ली के करीब है इसलिए यहां साल भरपर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। हालाँकि मानसून के दौरान इस पर्यटन स्थल की यात्रा न करने का प्रयास करें क्योंकि राज्य भर मेंभूस्खलन काफी आम है। भारी बारिश और बादल फटने के कारण आने वाली बाढ़ भी यात्रियों के लिए एक उच्च जोखिम पैदा करती है।