National Herald मामले में ऑफिस समेत 12 ठिकानों पर ED का छापा
प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दिल्ली यूपी, मुंबई समेत कुल 12 जगहों पर छापे मारे हैं
प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दिल्ली यूपी, मुंबई समेत कुल 12 जगहों पर छापे मारे हैं. कुछ दिनों पहले ही ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ की थी
समाचार एजेंसी पीटीआई और एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है.
साथ ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी ईडी कई दौर की पूछताछ कर चुका है. ईडी के मुताबिक़ प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के संबंधित प्रावधानों के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ हुई है.
नेशनल हेराल्ड अख़बार का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) करती है जिस पर यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड की मिल्कियत है. माना जा रहा है कि ईडी ने एजेएल से संबंधित ठिकानों पर छापेमारी की है.
ईडी ने इसी मामले में मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से भी पूछताछ की थी.
नेशनल हेराल्ड दफ्तर में कोई मौजूद नहीं-
बताया जा रहा है कि नेशनल हेराल्ड दफ्तर में सिक्योरिटी गार्ड के अलावा कोई भी मौजूद नहीं है. उधर, कांग्रेस सांसद उत्तर रेड्डी ने ईडी के छापेमारी को लेकर कहा है कि यह चौंकाने वाला है. यह राजनीतिक बदले के अलावा कुछ भी नहीं है.
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला –
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने वर्ष 2012 में एक याचिका दायर कर कांग्रेस के नेताओं पर ‘धोखाधड़ी’ का आरोप लगाया था. उन्होंने अपनी याचिका में कहा था कि ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ ने सिर्फ़ 50 लाख रुपयों में 90.25 करोड़ रुपये वसूलने का उपाय निकाला जो ‘नियमों के ख़िलाफ़’ है.
याचिका में आरोप लगाया गया कि 50 लाख रुपये में नई कंपनी बनाकर ‘एजेएल’ की 2000 करोड़ रुपये की संपत्ति को ‘अपना बनाने की चाल’ चली गई.
इनकम टैक्स विभाग का आरोप है कि गांधी परिवार के स्वामित्व वाली यंग इंडियन ने AJL की प्रोपर्टी जिसकी कीमत 800 से 2 हजार करोड़ के बीच है, उसपर सिर्फ 50 लाख रुपये का भुगतान करके हक जमा लिया या कब्जा कर लिया. हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि Young Indian Private Limited कंपनी एक्ट के सेक्शन 25 के तहत रजिस्टर है.