Child abduction: पुलिस के शख्त कदमो से बच्चा चोरी की अफवाहों की हुई रफ्तार धीमी !
लखनऊ पुलिस की सख्ती बढ़ते ही बच्चा चोरी की अफवाहों की रफ्तार धीमी होने लगी है। जागरूकता के सभी माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए पुलिस सख्त रुख के साथ सड़कों पर उतरी तो अराजक तत्वों के भी हौसले पस्त हो गए।
लखनऊ पुलिस की सख्ती बढ़ते ही बच्चा चोरी की अफवाहों की रफ्तार धीमी होने लगी है। जागरूकता के सभी माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए पुलिस सख्त रुख के साथ सड़कों पर उतरी तो अराजक तत्वों के भी हौसले पस्त हो गए। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि एक-दो दिनों में हालात पूरी तरह सामान्य हो जाएंगे।
डीजीपी मुख्यालय की तरफ दी गई हिदायत
डीजीपी मुख्यालय की तरफ से सभी जिलों को स्पष्ट हिदायत दी गई है कि बच्चा चोरी की अफवाह से संबंधित हिंसक घटनाओं में शामिल सभी व्यक्तियों की शिनाख्त कर उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाए। संगठित तरीके से अफवाह फैलाकर हिंसक घटनाएं अंजाम देने की कोशिश करने वालों को रासुका में निरुद्ध करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सोशल मीडिया के जरिये फैलाई जा रही थी कई आपत्तिजनक अफ़वाहे
पिछले कुछ दिनों में प्रदेश के दर्जन भर से ज्यादा जिलों में बच्चा चोरी की अफवाहों के चलते हुई मारपीट की 60 से ज्यादा घटनाओं ने शासन की चिंता बढ़ा दी है। कई मामलों में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ का शिकार बने लोगों को बचाया। जांच किए जाने पर ज्यादातर मामलों में बेसहारा घूमने वाले विक्षिप्तों पर ही शक किए जाने की बात सामने आई। सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के कारण भीड़ ने उनके साथ मारपीट की। अब पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि अफवाह न फैलाएं और न ही ऐसी अफवाहों पर ध्यान दें। लोगों से कोई भी सूचना मिलने पर तत्काल 112 पर कॉल करने को कहा जा रहा है।
कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत विकसित ‘सी-प्लान एप के माध्यम से लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने के संदेश भी भेजे जा रहे हैं। डीजीपी मुख्यालय के अलावा जिलों की सोशल मीडिया टीमों ने भी डिजिटल वॉलेंटियरों के माध्यम से मोर्चा संभाला है। सोशल मीडिया पर आने वाली अफवाहों पर तत्काल खंडन किया जा रहा है।