मंदिर में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब !

लोग काफी धूम धाम से इस इस तयौहार को मन रहे है जबलपुर में स्थित पचमठा मंदिर में मौजूद भगवान कृष्ण और राधा की प्रतिमा यमुना से मिलती है, यही वजह है कि मंदिर को छोटा वृंदावन के नाम से भी जाना जाता है।

देश भर में कृष्णा जन्मोस्त्व मनाया जा रहा है कुछ लोगो ने 6 सितम्बर को रोहणी नक्छत्र में इस पावन दिन को मनाया कुछ लोग आज यानि 7 सितंबर को मनाएंगे आज ही वृन्दावन में भी इस पावन अवसर मनाया जा रहा है और साथ ही इस साल इस बात को भी बताया गया की 2023 का के साल पड़ रही जन्माष्टमी बहुत ही ख़ास है। लोग काफी धूम धाम से इस इस तयौहार को मन रहे है जबलपुर में स्थित पचमठा मंदिर में मौजूद भगवान कृष्ण और राधा की प्रतिमा यमुना से मिलती है, यही वजह है कि मंदिर को छोटा वृंदावन के नाम से भी जाना जाता है।

Celebration of Janmashtami in small Vrindavan of Sanskaardhani | मंदिर में उमड़ा  भक्तों का जनसैलाब; 6 सौ वर्ष पुराना है पचमठा मंदिर का इतिहास - Dainik  Bhaskar

जबलपुर में स्थित पचमठा मंदिर में मौजूद भगवान कृष्ण

मंदिर के पुजारी अभिषेक शर्मा के मुताबिक जबलपुर के पचमठा में मुरलीधर और राधा की प्रतिमा विराजमान है। इनकी प्रतिमा संत गिरधरलाल को यमुना में स्नान करते वक्त मिली थी। उन्होंने इसके रहस्य पर चर्चा करते हुए बताया कि गिरधरलाल व दामोदर लाल दो संत थे। जो दीक्षा लेने के लिए वृंदावन गए थे।

Krishna Janmashtami today, the doors of big temples will be closed, will be  seen inside | कृष्ण जन्माष्टमी आज, बड़े मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे, भीतर ही  होंगे दर्शन - Dainik Bhaskar

राधा की प्रतिमा विराजमान

गिरधरलाल को यमुना में मुरलीधर की प्रतिमा मिली थी। गुरू की प्रेरणा से उन्होंने विक्रम संवत 1660 में पचमठा में उक्त प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराई थी। जिसका शिलालेख आज भी मौजूद है। मंदिर दर्शन करने पहुंची सुषमा कुशवाहा ने बताया कि वह 10 साल की उम्र से मंदिर में आ रही है। मंदिर आने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती है। उनका कहना है अभी तक उन्होंने श्री कृष्ण से जो भी मनोकामना मांगी है, वह पूरी हुई है। मंदिर आने से छोटे वृंदावन जैसे ही मंदिर में सुकून मिलता है।

 

हैशटैग भारत की हिन्दी वेबसाईट के लिए आप यहां www.hashtagbharatnews.com क्लिक कर सकते हैं। आप हमें Facebook, Twitter, Instagram और Youtube पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button