Dara Singh death aniversary: बचपन से थे पहलवानी के दीवाने, 2 कुंतल के किंग कॉन्ग को ऐसी दी थी पटकनी !

अखाड़े से निकलकर फिल्मों का रुख करने वाले अभिनेता दारा सिंह आज भले ही हमारे बीच न रहे हों, लेकिन अपने किरदारों से वो हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा हैं।

अखाड़े से निकलकर फिल्मों का रुख करने वाले अभिनेता दारा सिंह ( Dara Singh ) आज भले ही हमारे बीच न रहे हों, लेकिन अपने किरदारों से वो हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा हैं। उनसे जुड़ी हुई तमाम ऐसी बातें हैं जिनकी छाप हमारे दिलों में आज भी छपी है। दारा सिंह ने एक लंबी बीमारी से जूझने के बाद 12 जुलाई 2012 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके जाने से प्रशंसकों का दिल पूरी तरह से टूट गया।

जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से आपको बताएंगे

दारा सिंह ( Dara Singh ) ने फिल्मी दुनिया में अपने करियर की शुरुआत दिलीप कुमार के साथ फिल्म ‘संगदिल’ से साल 1952 में की थी। आज उनकी पुण्यतिथि के मौके पर उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से आपको बताएंगे।

200 किलो के किंग कॉन्ग की जमकर की कुटाई

किंग कॉन्ग और उनके बीच फाइट 12 दिसंबर, 1956 को हुई थी। 28 वर्षीय दारा की तूती बोल रही थी और इस बात से विश्व चैंपियन किंग काफी जलन की भावना रखता था। उसके और भारत के हनुमान के बीच रिंग में जो हुआ वह इतिहास बन गया। 130 किलो के दारा ने अपने से लगभग दोगुने 200 किलो के किंग कॉन्ग की जमकर कुटाई की थी। उन्होंन न केवल किंग को उठा-उठाकर पटका, बल्कि खूब लात-घूसे भी मारे।

दारा सिंह बचपन से पहलवानी के थे दीवाने

दारा सिंह रंधावा का जन्म 19 नवंबर, 1928 को पंजाब के अमृतसर के धरमूचक में हुआ था। उनके पिता का नाम सूरत सिंह रंधावा और मां का नाम बलवन्त कौर था। दारा सिंह बचपन से ही पहलवानी के दीवाने थे। बचपन से ही दारा सिंह अपने छोटे भाई के साथ मिलकर आसपास के जिलों में कुश्ती समारोहों में जाया करते। दोनों ने कई पहलवानों को धूल चटाई।

रुस्तमे-हिंद और रुस्तमे-पंजाब बाद में बने सांसद

दारा सिंह को 1954 में रुस्तमे-हिंद और 1966 में रुस्तमे-पंजाब के टाइटल से नवाजा गया। 1996 में उनका नाम रेसलिंग ऑब्जर्वर न्यूजलेटर हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। 2003 से 2009 तक दारा सिंह राज्य सभा के सांसद भी रहे।

दारा सिंह का फ़िल्मी करियर

उनकी आखिरी हिंदी मूवी ‘जब वी मेट’ थी और आखिरी पंजाबी मूवी Dil Apna Punjabi थी। एक्टिंग के अलावा दारा सिंह ने कई फिल्में डायरेक्ट भी की हैं। इनमें 7 मूवीज शामिल हैं। उन्होंने 2 हिंदी फिल्म भी डायरेक्ट की है। आप शायद ही जानते होंगे कि उन्होंने मलयालम भाषा में भी एक मूवी की है और इसमें उन्होंने रेसलर दारा सिंह का यानी खुद अपना किरदार निभाया था।

पर्सनल लाइफ की बात करें तो दारा सिंह ने दो बार शादी की थी। उनके तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। उनके भाई रंधावा भी उन्हीं की तरह रेसलर और एक्टर थे। उनके बेटे विंदू दारा सिंह भी अक्सर चर्चा में रहते हैं।

दारा सिंह की ऐसे हुई मौत 

 हार्ट अटैक आने के बाद 7 जुलाई 2012 को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। दो दिन बाद पुष्टि हुई कि ब्लड फ्लो नहीं होने की वजह से उनका ब्रेन डैमेज हो गया। 11 जुलाई को उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया, क्योंकि उनके बचने की कोई उम्मीद नहीं बची थी। अगले दिन मुंबई में घर पर उनकी मौत हो गई।

 

 

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