धर्म की दुकान चलाने वाले शूआर्ट्स यूनिवर्सिटी के वीसी पर कसा गया शिकंजा !

पैसा दुकान मकान के लालच में धर्मांतरण के किस्से आम है लेकिन जब इसमें किसी प्रतिष्ठित पद पर बैठे हुए व्यक्ति की संलिप्तता हो

पैसा दुकान मकान के लालच में धर्मांतरण के किस्से आम है लेकिन जब इसमें किसी प्रतिष्ठित पद पर बैठे हुए व्यक्ति की संलिप्तता हो तो यह मामला बहुत गंभीर हो जाता है एक और जहां भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों ही धर्मांतरण पर अंकुश लगाने में जी जान से जुटी है तो वहीं दूसरी तरफ एक सम्मानित ओहदे पर बैठे लोग सरकारी मंशा को ठेगा दिखा रहे हैं।
प्रयागराज की शुआट्स यूनिवर्सिटी के वीसी आरबी लाल से जुडा एक मामला सामने आ चुका है।

SHUATS VC RB Lal summoned by ED interrogated for more than seven hours know the matter | SHUATS के कुलपति आरबी लाल को ईडी ने किया तलब, सात घंटे से अधिक समय

राजेंद्र बिहारी लाल उर्फ़ बाबा के ऊपर कई बड़े आरोप

ये है आरबी लाल प्रयागराज की शुआट्स यूनिवर्सिटी के वीसी ।। जो खुद को येसु का दूत बताते है लेकिन कर्मो से अपराधी है
आरबी लाल एसटीएफ और पुलिस की जांच के शिकंजे में फंस चुके हैं। आरबी लाल पर यूनिवर्सिटी में तमाम वित्तीय अनियमितताओं का आरोप तो है ही, यीशु का दरबार सजाने और बड़े पैमाने पर धर्मांतरण यानी Conversion कराने का गंभीर आरोप भी है। शासन ने इन आरोपों की जांच एसटीएफ को सौंपी थी।

लोगों को फुसलाकर या लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का भी आरोप

आपको बता दे की शुआट्स यूनिवर्सिटी और आरबी लाल लंबे समय से विवादों में घिरे रहे हैं। यूनिवर्सिटी के कई अधिकारियों पर प्रयागराज समेत आसपास के तमाम जनपदों में धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है। यूनिवर्सिटी के वीसी आरबी लाल पर भी यूनिवर्सिटी कैंपस में यीशु दरबार सजाने और चंगाई सभा के नाम पर लोगों को फुसलाकर या लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का भी आरोप है। आरबी लाल यूनिवर्सिटी में वित्तीय अनियमितताओं में भी फंसे हैं।

पिछले कई सालों से लगातार की जा रही शिकायतें

यूनिवर्सिटी और आरबी लाल के खिलाफ पिछले कई सालों से लगातार शिकायतें की जा रही थीं। फतेहपुर में बीते साल 14 अप्रैल को हरिहरगंज के इमैजिकल चर्च में सामूहिक धर्म परिवर्तन के मामले में भी शुआट्स यूनिवर्सिटी के चांसलर और प्रशासनिक अधिकारियों समेत कई लोगों की भूमिका सामने आई थी। हिंदू संगठनों के बवाल के बाद फतेहपुर पुलिस ने एक किशोरी समेत 35 लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में केस भी दर्ज किया था। जिन लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया था, उन्होंने पुलिस की पूछताछ में नौकरी, रोजगार, मकान, शिक्षा और उपचार से संबंधित तमाम सुविधाओं का लालच देने की बात कुबूल की थी। इस मामले में प्रयागराज पुलिस ने शुआट्स यूनिवर्सिटी के चांसलर और प्रशासनिक अधिकारियों समेत कई लोगों को स्थिति स्पष्ट करने के लिए नोटिस भी भेजा हुआ है।

लगातार शिकायतों के बाद शासन ने आरबी लाल की जांच एसटीएफ को सौंपी थी। जांच के दौरान आरबी लाल पर लगे आरोपों को एसटीएफ ने सही पाया है, कई आरोपों के बाद और छानबीन में सत्य निकालने के बाद अब कुलपति की गिरफ्तारी के लिए टीम प्रयागराज पहुंच चुकी है और जल्दी आरोपी पुलिस के शिकंजे में होगा।

 

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