CM पुष्कर सिंह धामी ने किया बाबा केदार नाथ के दर्शन लिया आशीर्वाद
आज शुक्रवार को प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई।सीएम धामी ने भी भी पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।मंदिर के कपाट वर्षों पुराने वैदिक मंत्रोच्चार के बाद खुले। मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। मंदिर के कपाट पिछले साल 6 नवंबर को छह महीने के लिए सर्दियों के लिए बंद कर दिए गए थे।
केदारनाथ धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में शुक्रवार सुबह 06 बजकर 25 ्मिनट खोल दिए गए। अब छह माह तक बाबा के भक्त धाम में ही आराध्य के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बाबा के मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं, बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है।
बाबा की पंचमुखी मूर्ति केदार मंदिर में विराजमान हुई। विधिविधान और धार्मिक परंपराओं के तहत भगवान केदारनाथ के कपाट खोले गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।
सबसे पहले पुजारियों व वेदपाठियों ने गर्भगृह में साफ सफाई की और भोग लगाया। इसके बाद मंदिर के अंदर पूजा अर्चना की गई। सेना की बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इस दौरान केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग और मुख्यमंत्री पष्कर सिंह धामी सहित बीकेटीसी के सदस्य भी मौजूद रहे। मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है।
इस महीने की शुरुआत में, राज्य सरकार ने चार धामों में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया था। बद्रीनाथ में प्रतिदिन कुल 15,000, केदारनाथ में 12,000, गंगोत्री में 7,000 और यमुनोत्री में 4,000 तीर्थयात्रियों को अनुमति दी जाएगी। यह व्यवस्था 45 दिनों के लिए की गई है।