बच्चों को भी डिप्रेशन का खतरा, जानें लक्षण और बचाव !

हम आपको आज बताएँगे कैसे बच्चों के मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं और बच्चों को डिप्रेशन जैसी बीमारी से राहत दिला सकते हैं,

आज के समय में डिप्रेशन सभी के लिए बड़ी समस्या हैं। बड़े हो, बूढ़े या बच्चे हो। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति खुद को कही खो देता हैं और खुद के लिए समय निकलना भी दुश्वार हो गया हैं। ऐसे में बच्चो पर भी पेरेंट्स ध्यान नहीं दे पाते हैं। अक्सर बच्चे स्‍कूल का होम वर्क नहीं करते या कुछ ऐसी बात हो जाती हैं जिसे वो परिवार के लोगों से बात करने में हिचकिते है और ऐसे बच्चे ही कही न कही डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं। हम आपको आज बताएँगे कैसे बच्चों के मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं और बच्चों को डिप्रेशन जैसी बीमारी से राहत दिला सकते हैं,

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बच्‍चों में डिप्रेशन के लक्षण :

– बच्चे का लगातार दुखी और निराशा होना। चिड़चिड़ापन या गुस्‍सा आना, लोगों से बात करना बंद कर देना।
– रिजेक्‍ट होने का डर रहना, भूख कम या ज्‍यादा लगना, ज्‍यादा या कम नींद आना।
– रोने का मन करना, ध्‍यान लगाने में दिक्‍कत होना, थकान और एनर्जी कम महसूस होना।
– पेट दर्द या सिरदर्द रहना, कोई काम करने का मन न करना।
– मन में अपराधबोध महसूस होना, सुसाइड करने या मरने का विचार आना।

ऐसे करें सुधार :

– बच्चों को समय दे बाहर क्या हो रहा इस बारे में बात करें।
– यदि किसी हादसे के बाद बच्‍चे के व्‍यवहार में बदलाव दिख रहा है तो बैठ कर बात करें।
– किसी प्रकार के बहाने को लेकर संज्ञान ले।
– अगर बच्चा गुमसुम है तो भी उसके पीछे का कारण पता करें।
– किसी भी परीक्षा में बैठने से पहले बच्चे को प्रत्साहित करें, परिणाम के लिए परेशान न करें।
– अच्छी बातें समझाए, बड़े बुजुर्गो के साथ समय व्यतीत करने कि राय दे।

 

 

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