Gomti River front Scam: गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में शिवपाल समेत दो वरिष्ठ अफसरों पर CBI ने कसा शिकंजा !

गोमती रिवर फ्रंट (Gomti River Front) घोटाले को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। इस दौरान तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव और दो अफसरों की भूमिका की में उनके ऊपर भी जांच पड़ताल शुरू हो गई...

गोमती रिवर फ्रंट (Gomti River Front) घोटाले को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। इस दौरान तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव और दो अफसरों की भूमिका की में उनके ऊपर भी जांच पड़ताल शुरू हो गई है। इस सिलसिले में सीबीआई ने उनसे आगे की जांच के लिए पूछताछ की अनुमति मांगी है। इस कारणवश शासन ने निर्णय लेने के लिए सिंचाई विभाग से संबंधित रिकॉर्ड तलब किया है। बताया जा रहा है, वर्ष 2017 में सत्ता संभालते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट की न्यायिक जांच कराई थी।

शिवपाल यादव समेत दो अफसरों पर कसा शिकंजा

आपको बता दें कि, लखनऊ में हुए गोमती रिवरफ्रंट घोटाले में शिवपाल यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही जांच के दायरे में दो वरिष्ठ नौकरशाहों के भी आने की बात की जा रही है। इस मामले में सीबीआई इस मामले में इनसे पूछताछ की तैयारी में लगी हुई है।

मुख्य सूचना

  • सरकार से नियमानुसार इस मामले की इजाजत मांगी गई है।
  • जिससे वह अपनी जांच को वह और आगे बढ़ा सके।
  • इसके बाद योगी सरकार ने सिंचाई विभाग से संबंधित रिकार्ड तलब किया है।
  • इसके आधार पर सीबीआई की पूछताछ के मामले में फैसला किया जाएगा।

महत्वपूर्ण जानकारियां

  • गोमती रिवरफ्रंट अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था।
  • यह घोटाला 1438 करोड़ का माना जा रहा।
  • योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में मामले की न्यायिक जांच कराई थी।
  • पुष्टि होने के बाद मामला सीबीआई के हवाले कर दिया गया था।
  • सीबीआई कई लोगों की इस मामले में गिरफ्तारी कर चुकी है।
  • प्रारंभिक जांच के बाद इस मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया गया।
  • 30 नवंबर 2017 को सीबीआई ने पहली एफआईआर दर्ज की गई थी।

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