#Birthday Swara Bhaskar: तो इसलिए स्वरा भास्कर कर रही थी CAA, NRC, और NPA का सपोर्ट !
स्वरा भास्कर अपने फिल्मों के साथ साथअपने बयानों को लेकर भी सुर्खियों में बनी रहती हैं। स्वरा आज अपना 32वां जन्मदिन बना रही हैं।
स्वरा भास्कर को फिल्म इंडस्ट्री में कौन नहीं जनता हैं। अपने फिल्मों के साथ साथ वो अपने बयानों को लेकर भी सुर्खियों में बनी रहती हैं। फ़िल्मी दुनिया कि बात करे तो स्वरा फिल्म तनु वेड्स मनु, रांझन्ना, और निल बटे सन्नाटा जैसे कई फिल्मों के लिए कई ‘सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री’ पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं। स्वरा आज अपना 32वां जन्मदिन बना रही हैं। आज हम आपको बताएँगे सारा से जुड़े कुछ खास बातें ,
- स्वरा का जन्म 9 अप्रैल 1988 को नई दिल्ली में हुआ था।
- उनके पिता, चित्रपु उदय भास्कर, एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी हैं, जिन्होंने 2007 तक 37 वर्षों तक भारतीय नौसेना में सेवा की। वर्तमान में वह USI (संयुक्त सेवा संस्थान) के आजीवन सदस्य हैं, जो नई दिल्ली में इंडिया हैबिटेट सेंटर के सलाहकार पैनल के सदस्य हैं।
- उनकी मां इरा भास्कर हैं, जो जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) में सिनेमा अध्ययन की प्रोफेसर हैं। वह बिहार से है। उसका एक भाई भी है। उसका नाम ईशान भास्कर है।
- स्वरा तब सबसे ज्यादा सुर्ख़ियों में बनी रही जब उन्होंने शाहीन बाग विरोध का समर्थन किया जो सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ था। स्वरा ने ट्वीट कर इस मुद्दे पर कहा कि, “भारत में धर्म नागरिकता का आधार नहीं है। धर्म भेदभाव का आधार नहीं हो सकता और राज्य धर्म के आधार पर फैसला नहीं ले सकता। नागरिकता संशोधन बिल ने मुसलमानों को स्पष्ट रूप से बाहर रखा है। NRC/CAB प्रोजेक्ट में जिन्ना का पुनर्जन्म हुआ है। हिन्दू पाकिस्तान को मेरा हैलो!”
- यही नहीं वो अपने बयानों से भी जानी गई। सरकार पर खूब हमला बोला, ‘सरकार जरूर आज कल कोई सस्ता नशा कर रही है। ये नशा है ,नफरत का नशा। नागपुर में बैठकर सरकार देश को बर्बाद करने का नशा कर रही है।’