बलरामपुर प्रदेश का पहला माइक्रोबायोलॉजी लैब वाला अस्पताल बना !
बलरामपुर अस्पताल में बुधवार से बैक्टीरिया एवं वायरस से जुड़ी सभी प्रकार की बीमारियों व शरीर के किसी भी हिस्से के संक्रमण की जांच शुरू हो जाएंगी।
बलरामपुर अस्पताल में बुधवार से बैक्टीरिया एवं वायरस से जुड़ी सभी प्रकार की बीमारियों व शरीर के किसी भी हिस्से के संक्रमण की जांच शुरू हो जाएंगी। इसी के साथ ही यह अस्पताल प्रदेश का पहला माइक्रोबायोलॉजी लैब संचालित करने वाला जिला अस्पताल बन गया है। ऑपरेशन थियेटर में होने वाले संक्रमण की जांच भी यहां आसानी से होगी। इससे मरीजों को अस्पताल में पहले से और बेहतर इलाज मिलेगा।
लैब का उदघाटन मई में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया था
बलरामपुर अस्पताल 756 बेड वाला प्रदेश का सबसे बड़ा जिला अस्पताल है। अस्पताल के सीएमएस डॉ.जीपी गुप्ता ने बताया कि अभी तक यह सभी जांच केजीएमयू व अन्य लैब से मरीज करा रहे थे। माइक्रोबायोलॉजी लैब का उदघाटन मई में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया था। लैब में डॉक्टर और जरूरी टेक्नीशियन समेत जांच की मशीनें, उपकरण और संसाधन सब जुटा लिये गए हैं। मंगलवार को लैब से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं। बुधवार से जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी।
अस्पताल में ही हो सकेगी जांच
अस्पताल की माइक्रोबायोलॉजी लैब के शुरू होने से बैक्टीरिया संक्रमण और बीमारी की पहचान जल्द होगी। अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में संक्रमण की जांच के लिए केजीएमयू अभी नमूना नहीं भेजना पड़ेगा। बल्कि अस्पताल में ही यह जांच होगी। सीएमएस डॉ.जीपी गुप्ता ने बताया कि खून, मल, पेशाब, पस, बलगम, रीढ़ की हड्डी, पेट व चेस्ट का पानी और ग्राम स्टैंनिंग व जील नेल्सन स्टैनिंग की जांच होगी। कल्चर एवं सेंसिटिवीटी जांच से बैक्टीरिया संक्रमण का पता चलेगा।
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