Al- Zawahiri US: लादेन के पास पहुंचा अल जवाहिरी, देखें वीडियो

Al- Zawahiri US: जवाहरी की इस चूक से गयी जान, बिदक गया तालिबान

अमेरिका ने खतरनाक आतंकी संगठन अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी को ड्रोन हमले में अमेरिकी एजेंसी CIA ने उसे ढेर कर दिया। ये वही अल जवाहिरी है जो अमेरिका में हुए 9-11 हमले का मास्टरमाइंड बताया जाता है. 2977 लोगों की मौत की साजिश में शामिल अल क़ाएदा के चीफ अल जवाहिरी को अमेरिका ने ऐसी मौत दी है की कोई भी आतंकी दुबारा ऐसी हरकत करने से पहले हज़ार बार सोचेगा।

आज हम आपको उस आतंकी की पूरी कहानी बताएंगे की कैसे उसे अमेरिका ने मौत के घाट उतरा लेकिन ये जाने उससे पहले हम आपको अलजवाहरी की जिंदगी के बारे में थोड़ी जानकारी देते और उसने अपनी जिंदगी कितने काळा कारनामे किये है ये भी आपको बताएंगे।

पेशे से सर्जन था अल जवाहिरी –

19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में जन्मे अल जवाहिरी पेशे से सर्जन था. 14 साल की उम्र में वह मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया। अरबी और फ्रेंच बोलने वाले जवाहिरी ने साल 1978 में काहिरा विश्वविद्यालय की फिलॉसफी छात्रा अजा नोवारी से शादी कर ली। 2001 में अमेरिकी सेना के एक ऑपरेशन में अजा और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद उसने उमैमा हुसैन से दूसरी शादी की। जिससे जवाहिरी के सात बच्चे हुए. जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का गठन किया था।

इस संगठन ने 1970 के दशक में मिस्र में सेक्युलर शासन का विरोध किया। उसकी मांग थी कि मिस्र में इस्लामिक सरकार कायम हो। साल 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या के बाद जवाहिरी को गिरफ्तार किया गया। मिस्र में तीन साल जेल में रहने के बाद वह सऊदी अरब भाग गया और यहां पर मेडिसिन विभाग में प्रैक्टिस करने लगा। सऊदी में ही अल जवाहिरी की मुलाकात अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन से हुई। दोनों के विचार एक जैसे थे। दोनों में खूब बनी। 2001 में अल जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का विलय अलकायदा में कर दिया। इसके बाद अलकायदा के जरिए पूरी दुनिया में आतंक के चेहरा बन गया।

2011 में बना अलकायदा का सरगना-

जवाहिरी ने अमेरिकी हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद संगठन की कमान अपने हाथ में ली थी। 2011 में वह अलकायदा का सरगना बन गया था। दुनियाभर में कई जगह हुए आतंकी हमलों के पीछे उसका हाथ माना जाता है। 11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने चार कमर्शियल प्लेन हाइजैक किए थे।

इनमें से दो प्लेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ और साउथ टावर से टकरा दिए गए थे। इस हमले में 93 देशों के 2,977 लोग मारे गए थे। हमला आतंकी संगठन अलकायदा ने किया था। इसकी साजिश ओसामा बिन लादेन और अल-जवाहरी ने ही रची थी।

कैसे मरा आतंकी –

अब आपको बताते ही कैसे इस आतंकी को वहां पहुंचाया जहाँ ओसामा बिन लादेन को 2011 में मारा गया था। अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद अलजवाहरी ने अफगानिस्तान को अपना ठिकाना बना लिया इससे पहले अलजवाहरी ने पाकिस्तान में शरण ले रखी थी. आपको बता दें की काबुल के जिस घर में अलजवाहरी रह रहा था वो घर तालिबान सरकार में मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के काफी करीबी का था।

अलजवाहरी को बालकनी बहुत पसंद थी और जिस वक़्त अमेरिका ने ड्रोन हमला किया, उस समय जवाहिरी बालकनी में खड़ा था और इसी दौरान वह मारा गया. अमेरिका ने आतंकी को मरने के लिए हेलफायर मिसाइल का इस्तेमाल किया गया ये मिसाइल अमेरिका ने खास आतंकियों को मारने के लिए तैयार की है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी काबुल में हवाई हमले में मारा गया है. चाहे कितना भी समय लगे, चाहे आप कहीं भी छिप जाएं, अगर आप हमारे लोगों के लिए खतरा हैं, तो अमेरिका आपको ढूंढेगा और बाहर निकालेगा.

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