# ए के शर्मा : ” अफसर ” से ” मिनिस्टर ” तक का सफर !
पूर्व आईएएस अधिकारी अरविन्द कुमार शर्मा ने अपने छोटे से राजनीतिक सफर में बड़ा मुकाम हांसिल किया है
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कल बीजेपी के कुल 52 सदस्यों ने मंत्री पद की शपथ ली है। मंत्रिमंडल में 18 कैबिनेट, 14 राज्यमंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ), 20 राज्यमंत्री शामिल किए गए है।
इन सभी मंत्रियों में सबसे ज्यादा ध्यान योगी कैबिनेट में शामिल नए मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने खींचा। क्योंकि छोटे से राजनीती सफर में तेज़ रफ़्तार से बड़े मुकाम को उन्होंने हांसिल किया है।
जन्म से ब्राह्मण इरादों से योद्धा
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले ए के शर्मा ( A K SHARMA ) पूर्व आईएएस अधिकारी रह चुके है। 11 अप्रैल 1962 को जन्मे ए के शर्मा भूमिहार ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। उन्होंने पॉलिटिकल साइंस, दर्शनशास्त्र और अर्थशास्त्र में फर्स्ट क्लास से ग्रेजुएशन किया है। साथ ही पॉलिटिकल साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की है |
मोदी के लिए साबित हुए उपयोगी
1988 बैच के आईएएस पदाधिकारी के रूप में देश की सेवा शुरू करने वाले अरविन्द कुमार पीएम नरेंद्र मोदी के काफी करीबी माने जाते है। अरविन्द कुमार वर्ष 2001 से वर्ष 2013 तक गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय और वर्ष 2014 से वर्ष 2020 तक पीएमओ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी अधिकारी के तौर पर काम कर चुके है।
बिना चुनावी मैदान में उतरे पाया कैबिनेट में जगह
ए के शर्मा भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में काफी नए हैं। स्वैच्छिक सेवानिवृति के बाद जनवरी 2021 में उन्होंने पार्टी का दामन थामा। हालांकि, इसके बाद से ही उन्हें यूपी सरकार में बड़ा पद मिलने की उम्मीद की जा रही थी। जबकि वे चुनावी मैदान में नहीं उतरे थे। योगी के पहले शासनकाल में उन्हें सरकार में जगह नहीं मिल पाई। अब उन्हें पार्टी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में जगह दे दी गई है।