LUCKNOW: 11 लाख की स्टाम्प चोरी को शून्य बताने वाला लेखपाल हुआ निलम्बित !
बिना अनुमति व आदेश के मनमानी करने वाले लेखपाल पर कार्रवाई की गई है। स्टाम्प की जांच करने का क्षेत्र भी दूसरा था। उसे रिपोर्ट लगा दी शून्य चोरी हुई।

बिना अनुमति व आदेश के मनमानी करने वाले लेखपाल पर कार्रवाई की गई है। स्टाम्प की जांच करने का क्षेत्र भी दूसरा था। उसे रिपोर्ट लगा दी शून्य चोरी हुई। मामला सरोजनीनगर पिपरसंड का है। जांच के बाद एसडीएम ने संबंधित लेखपाल को निलम्बित कर दिया है। तेजी से विकसित हो रहे पिपरसंड क्षेत्र की जमीनें बेशकीमती हैं। यहीं एक स्टाम्प के मामले में लेखपाल दूसरे के क्षेत्र में पहुंच गया।
एसडीएम ने बारीकी से जांच करने का दिया निर्देश
जांच आख्या में लिखा रजिस्ट्री में सही स्टाम्प का प्रयोग किया गया। स्टाप चोरी शून्य है। वहीं, प्रत्येक एसडीएम को अपने क्षेत्र की 10 सबसे बड़ी रजिस्ट्रयों में स्टाम्प चोरी की जांच करने का निर्देश है। ऐसे में एसडीएम सिद्धार्थ ने अपने स्तर से बड़ी रजिस्ट्रियों को चुना और जांच कराई।
इस दौरान पता लगा कि एक रजिस्ट्री की तो पहले ही जांच की जा चुकी है। लेखपाल जिसने जांच की उसको आवंटित क्षेत्र दूसरा है। इस पर एसडीएम ने बारीकी से जांच करने का निर्देश दिया। जांच में सामने आया कि इस बैनामे में 11 लाख रुपये की स्टाम्प चोरी की गई है। अब संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
लेखपाल की ओर से की गई एक पक्षीय कार्रवाई
एसडीएम ने बताया कि संबंधित लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। सरोजनीनगर में ही लेखपाल ने अपनी मर्जी से अहिमामऊ में जमीन नाप दी। मामला विवादित था जिसमें एक पक्षीय कार्रवाई लेखपाल की ओर से की गई। इस मामले में भी संबंधित लेखपाल का नाम सामने आया है।
डीएम सूर्यपाल गंगवार ने शिकायतों को देखते हुए सख्त निर्देश दिए हैं। अब लेखपाल अपनी मर्जी से पैमाइश नहीं कर सकते। इसके लिए आवेदक को राजस्व संहिता की धारा 24 के अन्तर्गत एसडीएम कोर्ट में मुकदमा करना होगा। इसके बाद कोर्ट से निर्देश पर पैमाइश होगी।
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