# ABVP कार्यकारिणी घोषित : महानगर अध्यक्ष प्रोफ़ेसर मंजुला उपाध्याय बनी तो वहीं महानगर मंत्री सिद्धार्थ बने !
विद्यार्थी परिषद की 74 वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थी परिषद के द्वारा की उपलब्धियों को विद्यार्थियों के मध्य साझा किया गया
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ( ABVP ) लखनऊ महानगर की महानगर परिषद बैठक अलीगंज स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में शनिवार को संपन्न हुई। महानगर परिषद बैठक में ही सत्र 2022- 23 के लिए लखनऊ महानगर कार्यकारिणी का गठन किया गया। चुनाव अधिकारी व प्रान्त कोषाध्यक्ष संजय बाजपेयी ने नवयुग कन्या पीजी कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय को महानगर अध्यक्ष एमिटी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी सिद्दार्थ शाही को महानगर मंत्री निर्वाचित किया गया।
उपलब्धियों को विद्यार्थियों के मध्य साझा किया
महानगर परिषद बैठक को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ राजशरण शाही ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की 74 वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थी परिषद के द्वारा की उपलब्धियों को विद्यार्थियों के मध्य साझा किया। विद्यार्थी परिषद में कार्यकारिणी गठन के पश्चात साल भर महानगर की कार्यकारिणी किस प्रकार से कार्य करेगी इस पर भी प्रकाश डाला।
अहम भूमिका का निर्वहन कर रही
डॉ राजशरण शाही ने बताया वर्ष 1949 से लगातार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र हितों के साथ-साथ समाज व राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन कर रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सिर्फ विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास को ही नहीं बल्कि विद्यार्थी को समाज के निर्माण में कैसे अपना योगदान देना है इसके लिए भी प्रयास कर रहा है।
1 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए जाएंगे
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस सत्र में विकासार्थ विद्यार्थी के माध्यम से पूरे देश भर में एक करोड़ वृक्ष लगाकर उन वृक्षों को सेवा करने हेतु वृक्ष मित्र अभियान भी लिया है जिसके माध्यम से पूरे देश भर में 1 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए जाएंगे। महानगर कार्यकारिणी गठन के पश्चात कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में पद नहीं दायित्व होता है।
7 लाख से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य
कार्यकर्ताओं को कार्यकारिणी में दायित्व दे करके उनके दायित्व बोध को समझाने के लिए भी प्रयास किया जाता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस वर्ष अपने 75वें वर्ष में प्रवेश कर रही है इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अवध प्रांत ने 7 लाख से अधिक सदस्य बनाने का जो लक्ष्य लिया है।