Dubai: दुबई में बने हिन्दू मंदिर का 4 अक्टूबर को होगा भव्य अनावरण, देखे Exclusive तस्वीरें !
दुबई जैसे मुस्लिम देश में हिन्दुओं का भव्य मंदिर का होना कई लोगो को आश्चर्यचकित कर सकता है,
दुबई जैसे मुस्लिम देश में हिन्दुओं का भव्य मंदिर का होना कई लोगो को आश्चर्यचकित कर सकता है, पर आपको बता दे 16 देवताओं का अलग कक्ष, एक ज्ञान कक्ष, आउटरीच गतिविधियों के लिए एक सामुदायिक केंद्र सहित इस दुबई में बने नवीनतम हिंदू मंदिर का 4 अक्टूबर को भव्य अनावरण किया जाएगा।
Exclusive first look at interiors of a new Hindu temple 🛕 in Jebel Ali, Dubai 🇦🇪.
Doors will open to public on 5 October 2022. pic.twitter.com/IWqgOLoiOS— حسن سجواني 🇦🇪 Hassan Sajwani (@HSajwanization) August 8, 2022
आपको बता दे यह मंदिर 5 अक्टूबर को मनाए जाने वाले प्रमुख हिंदू त्योहार दशहरा के दिन आधिकारिक तौर पर जनता के लिए अपने दरवाजे खोल देगा। आपको बता दे यह हिंन्दू मंदिर जेबेल अली में अमीरात के कॉरिडोर ऑफ टॉलरेंस में है। इस इलाके में, एक सिख गुरुद्वारा, एक हिंदू मंदिर और कई ईसाई चर्च अपने धर्म और आध्यात्मिकता को साथ-साथ निभाते हैं।
दो चरणों में खुलेगा मंदिर
वहीं जानकारी के मुताबिक इस मंदिर को चरण में खोलने की बात सामने आई हैं जिसमे दूसरा चरण जो 14 जनवरी से शुरू हो रहा है, मकर संक्रांति के दिन, जनता के लिए ज्ञान कक्ष और सामुदायिक कक्ष खोला जाएगा । इसी के साथ मंदिर के आगंतुक शादियों, हवन और निजी कार्यक्रमों का भी आयोजन कर सकते हैं।आपको बता दे मंदिर में 1,000 से 1,200 उपासकों की अस्थायी आबादी हो सकती है। “हालांकि, महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों के दौरान संख्या बहुत अधिक होगी।
मंदिर का समय सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक है।
सुरक्षा का ध्यान रखते हुए मंदिर में कोविड -19 के बीच सभी भक्तो की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, मंदिर अधिकारियों ने एक क्यूआर-कोड आधारित तकनीकी अपनाई है ,उसी के साथ मंदिर के खुलने की बात करे तो यह मंदिर सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक खोला जाएगा।
मंदिर में विराजित होने कितने भगवान
दुबई के इस भव्य मंदिर में हिंदू देवता शिव और 15 अन्य पर मुख्य देवता मंदिर में स्थापित किए जाएंगे जिनमे गणेश, कृष्ण, महालक्ष्मी, और दक्षिण भारतीय देवताओं गुरुवायूरप्पन और अय्यप्पन को प्रार्थना कक्ष में रखा जाएगा साथ ही हिन्दू मंदिर में गुरु ग्रंथ साहिब के लिए एक खंड भी होगा आपको बता दे “देवताओं की स्थापना के बाद, 10-12 पुजारी प्राणप्रतिष्ठापन समारोह का आयोजन करेंगे, मंदिर में कम से कम आठ पुजारी पूर्णकालिक काम करेंगे।
मंदिर की अन्य खास बाते
सफेद संगमरमर में नौ ऊंचे शिखर, अलंकृत स्तंभ और दस्तकारी की मूर्तियां मंदिर के समृद्ध आंतरिक और बाहरी हिस्से का निर्माण करती हैं। विशाल अखरोट की लकड़ी के दरवाजे और घंटियों, हाथियों और फूलों के रूपांकनों से सजाए गए लंबे कंक्रीट के खंभे मंदिर को सुशोभित करते हैं।